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अमेरिका में हालात बेकाबू, विरोध-प्रदर्शन रोकने के लिए वाशिंगटन में तैनात की गई सेना

प्रदर्शनों को रोकने के लिए राष्‍ट्रपति ट्रंप के सेना नहीं तैनात करने के बयान के बीच राजधानी वाशिंगटन में सेना तैनात कर दी गई है। अमेरिका में प्रदर्शनों के चलते हालात बेकाबू हो गए ह

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 07:06 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 03:09 AM (IST)
अमेरिका में हालात बेकाबू, विरोध-प्रदर्शन रोकने के लिए वाशिंगटन में तैनात की गई सेना
अमेरिका में हालात बेकाबू, विरोध-प्रदर्शन रोकने के लिए वाशिंगटन में तैनात की गई सेना

वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका में पुलिस हिरासत में अश्वेत जार्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार नौवें दिन विरोध-प्रदर्शन और हिंसा का दौर जारी रहा। न्यूयॉर्क शहर में दो पुलिस अधिकारियों को गोली और एक को चाकू मारने की खबर है। राजधानी वाशिंगटन में ह्वाइट हाउस के समीप हजारों प्रदर्शनकारी जमा हुए और मोबाइल फोन की लाइट जलाने के साथ ही पुलिस विरोधी नारे भी लगाए। कई अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। हिंसा के चलते कई बड़े शहरों में कफ्र्यू लगा दिया गया था, लेकिन कफ्र्यू हटने के बाद कुछ जगहों पर फिर अशांति देखने को मिल रही है। राजधानी वाशिंगटन में विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए सेना तैनात कर दी गई है।

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पुलिसकर्मियों पर हमले 

न्यूयॉर्क पुलिस ने बताया कि बुधवार को शहर के ब्रुकलीन इलाके में एक व्यक्ति ने एक पुलिसकर्मी की गर्दन में चाकू मार दिया। अपने साथी को बचाने गए दो पुलिसकर्मियों को हमलावर ने गोली मार दी। सभी घायलों को किंग्स काउंटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह हमला शहर में जारी विरोध प्रदर्शनों और हिंसा के बीच हुआ है। हालांकि इस हमले का प्रदर्शनों से संबंध होने की बात अभी साफ नहीं हो पाई है। लेकिन पुलिस आयुक्त डर्मोट शी ने कहा कि पुलिसकर्मी लूटपाट रोकने के लिए तैनात थे।

सैकड़ों गिरफ्तार

इस बीच न्यूयॉर्क पुलिस ने कर्फ्यू के दौरान विरोध प्रदर्शन करने पर सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा शहर में एक आउटडोर प्लाजा के समीप हिंसा के आरोप में करीब एक हजार लोगों को आरोपित किया गया है।

अपराधों में 100 से अधिक आरोपित

कैलिफोर्निया में भी लूटपाट, हमला करने और दूसरे अपराधों में 100 से अधिक लोगों को आरोपित किया है। लॉस एंजिलिस में अब तक तीन हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ज्यादातर को कफ्र्यू का उल्लंघन करने पर पकड़ा गया है। इस बीच बुधवार को वाशिंगटन डीसी में सेना तैनात कर दी गई। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में बसों से अमेरिकी सैनिक वाशिंगटन पहुंचते दिख रहे हैं।

हत्या के भी लगाए गए आरोप

अश्वेत जार्ज फ्लॉयड की गर्दन को दबाने वाले मिनीपोलिस के पुलिस अधिकारी डेरेक चाविन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। डेरेक के खिलाफ बुधवार को द्वितीय श्रेणी की हत्या का मामला दर्ज करने के साथ तीन और पुलिस वालों को आरोपित किया गया है। इनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी किए गए हैं। मिनीपोलिस में गत 25 मई को पुलिस हिरासत में जार्ज फ्लॉयड की मौत हो गई थी। एक पुलिस अधिकारी द्वारा करीब नौ मिनट तक घुटने से जार्ज की गर्दन को दबाए जाने का वीडियो सामने आया था। इसके बाद मिनीपोलिस से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन पूरे अमेरिका में फैल गया।

कोरोना से संक्रमित थे फ्लॉयड

अफ्रीकी-अमेरिकी जार्ज फ्लॉयड की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार ने रिपोर्ट के हवाले से बताया कि 46 वर्षीय फ्लॉयड गत तीन अप्रैल को कोरोना की चपेट में आए थे। उनका टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। उनकी मौत में वायरस की भूमिका होने का कोई संकेत नहीं पाया गया है।

सेना तैनाती पर उभरे मतभेद

विरोध-प्रदर्शनों और हिंसा को शांत करने के लिए अमेरिका में सेना तैनात करने पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर में मतभेद देखने को मिला है। एस्पर ने खुले तौर पर कहा कि देश में ऐसी स्थिति नहीं है कि घरेलू अभियानोंे के लिए सेना बुलाई जाए। ट्रंप ने कहा था कि जरूरत पड़ी तो सेना तैनात कर दी जाएगी। इस बीच पूर्व रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि वह अमेरिकियों को बांट रहे हैं।

ओबामा ने की पुलिस सुधार की अपील

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अश्वेत की मौत को लेकर देशभर में हिंसा और विरोध प्रदर्शनों पर बुधवार को पहली बार बयान दिया। उन्होंने कहा कि सभी अमेरिकी शहरों के मेयरों को पुलिस नीतियों में सुधार करने की जरूरत है।

अमेरिकी प्रदर्शनकारियों को सुने जाने की जरूरत

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचेलेत ने कहा कि अमेरिका में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों की शिकायतों को सुने जाने की जरूरत है। ऐसी खबरें हैं कि इन लोगों के खिलाफ गैरजरूरी बल का प्रयोग किया जा रहा है।

लंदन में भी विरोध प्रदर्शन

ब्रिटेन की राजधानी लंदन के हाइड पार्क में बुधवार को हजारों लोग जमा हुए और श्वेत पुलिस अधिकारी के हाथों अश्वेत की मौत का विरोध किया। इस दौरान लोगों ने 'न्याय नहीं, शांति नहीं' जैसे नारे लगाए।

प्रियंका चोपड़ा, निक जोंस ने की कार्रवाई की मांग

अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा और उनके पॉप स्टार पति निक जोंस भी अमेरिका में फ्लॉयड के लिए न्याय के साथ ही नस्लवाद के खिलाफ शुरू हुए आंदोलन में शामिल हो गए। दोनों ने नस्लवाद के खिलाफ कदम उठाए जाने की मांग की है। निक ने ट्विटर पर लिखा, 'इस देश में असमानता देखकर प्रियंका और मेरा मन भारी हो गया है।'


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