म्यांमार भूस्खलन में जान गंवाने वालों के प्रति संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने गहरा दुख व्यक्त किया
म्यांमार भूस्खलन में जान गंवाने वालों के प्रति संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
संयुक्त राष्ट्र, आइएएनएस। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने म्यांमार में एक बड़े भूस्खलन के बाद दर्जनों लोगों की मौत की सूचना से गहरा दुख व्यक्त किया है। उनके प्रवक्ता ने कहा। महासचिव ने पीड़ितों के परिवारों और म्यांमार के लोगों और सरकार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में कहा, 'उन्होंने प्रभावित आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए चल रहे प्रयासों में योगदान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र की तत्परता को दोहराया।'
BBC के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा है कि उत्तरी म्यांमार के कचिन प्रदेश के पेकान इलाक़े में स्थित जेड खदान में भूस्खलन होने के बाद अब तक 162 शव बरामद किए गए हैं। बताया गया कि मौतों का आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है। लापता लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने एक बचाव कर्मी के हवाले से बताया था कि 304 मीटर से अधिक ऊंची चट्टान ढह गई, बारिश के कारण पानी भर जाने के बाद ये भूस्खलन हुआ। अग्निशमन सेवा विभाग के अनुसार दुर्घटना 2 जुलाई सुबह करीब 8 बजे हुई। सूचना मंत्रालय के एक स्थानीय अधिकारी टार लिन माउंग ने कयास लगाए थे कि कीचड़ में भी अभी कई शव फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा था कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
बता दें कि जेड की इन खदानों में पहले भी भूस्खलन से कई लोगों की मौत हो चुकी है। हादसे के वक्त मौजूद लोगों ने बताया कि उन्होंने देखा कि कुछ लोग मलबे पर मौजूद थे जो ढहने की कगार पर था। देखते ही देखते थोड़ी देर में पहाड़ी से पूरा मलबा भरभराकर नीचे आ गिरा। जिसकी चपेट में आने से लोग मारे गए।
जेड की भूमि के रूप में जाना जाने वाला काचिन राज्य में घातक भूस्खलन अक्सर होता है। कई स्थानीय लोग इस क्षेत्र में जीवन यापन करते हैं। ज्यादातर भूस्खलन बांधों के आंशिक रूप से गिरने के कारण होते हैं। नवंबर 2015 में इस क्षेत्र में हुए एक बड़ा भूस्खलन में कम से कम 116 लोगों की मौत हो गई थी।
बता दें कि म्यांमार में दुनिया में सबसे अधिक जेड पत्थर या हरिताश्म यानी हरे रंग के कीमती रत्न पाए जाते हैं।म्यांमार हर साल जेड पत्थरों का लगभग 30 अरब डॉलर का कारोबार करता है।