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अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन पर UN ने कहा- शांतिपूर्वक रहे प्रदर्शन

जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने की इच्छा जताई है।

By Pooja SinghEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 09:57 AM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 12:33 PM (IST)
अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन पर UN ने कहा- शांतिपूर्वक रहे प्रदर्शन
अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन पर UN ने कहा- शांतिपूर्वक रहे प्रदर्शन

न्यूयॉर्क, आइएएनएस। कोरना वायरस के बीच अमेरिका में अश्वेत नागरिक की कस्टडी में हुई मौत के बौद हिंसक विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने की इच्छा जताई है। 

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शांतिपूर्वक करें प्रदर्शन

उन्होंने कहा कि यूएस में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अधिकारियों को संयम बरतनी चाहिए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, यूएन महासचिव ने संदेश दिया है कि प्रदर्शनकारियों की शिकायतों को शांतिपूर्वक सुना जाना चाहिए, लेकिन प्रदर्शनकारियों को भी समझना चाहिए और अपने प्रदर्शन को शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करना चाहिए। यूएन के प्रवक्ता Stephane Dujarric ने कहा कि इसके जवाब में अधिकारियों को भी संयम से काम लेना चाहिए। 

पुलिस द्वारा हिंसा पर जांच की जरुरत

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा की गई हिंसा की जांच की जरुरत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया भर के पुलिस बलों को पर्याप्त मानवाधिकार प्रशिक्षण की आवश्यकता है और पुलिस के लिए सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समर्थन में काम करने की आवश्कता है।  ताकि वे समुदाय की सुरक्षा के संदर्भ में अपना काम ठीक से कर सकें।

सामाजिक सामंजस्य है जरुरी

अमेरिका में लंबे समय से अश्वेत नागरिकों के साथ हो रहे भेदभाव पर भी यूएन प्रवक्ता ने अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका, दुनिया के किसी भी अन्य देश की तरह ही है। यहां भी विविधता एक समृद्धि है। इसलिए यहा पर कोई खतरा नहीं है, लेकिन किसी भी देश में विविध समाजों की सफलता के लिए सामाजिक सामंजस्य में भारी निवेश की आवश्यकता होती है। सभी देश में जरूरी है कि असमानता, भेदभाव के संभावित क्षेत्रों को खत्म किया जाए और सभी को अवसर प्रदान किए जाए। 

गौरलतब है कि अमेरिका पिछले एक हफ्ते से नस्लीय हिंसा में सुलग रहा है। यहां पर पुलिस हिरासत में अश्वेत नागिरक जार्ज फ्लॉयड की मौत के बाद लगातार विरोध प्रर्दशन हो रहे हैं। यूएस में स्थिति बेकाबू है। 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया है। हिंसा की आग में व्हाइट हाउस भी आ चुका है। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निवास के करीब भी प्रदर्शनकारियों ने उपद्रव किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैसे के गोले भी छोड़े। हिंसा फैलाने के आरोप में देश में कम कम से कम चार हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस हिंसा में अबतक काफी संख्या में लोग घायल हो चुके हैं। 


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