डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग जांच में रडार पर आए व्हाइट हाउस के दो वकील
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ एक कदम आगे बढ़ी महाभियोग की जांच अब व्हाइट हाउस के दो वकीलों पर केंद्रित हो गई है।
वाशिंगटन, एपी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ एक कदम आगे बढ़ी महाभियोग की जांच अब व्हाइट हाउस के दो वकीलों पर केंद्रित हो गई है। संसदीय जांच समिति ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति की फोन पर हुई बातचीत के मसौदे को अत्यधिक प्रतिबंधित कंप्यूटर सिस्टम में ट्रांसफर किए जाने को लेकर इन दोनों से पूछताछ करना चाहती है। इस कंप्यूटर सिस्टम में गुप्त कार्रवाई से संबंधित दस्तावेज सुरक्षित रखे जाते हैं।
जॉन बोल्टन को पूछताछ के लिए किया समन
डेमोक्रेट्स के नेतृत्व वाली संसदीय जांच समिति ने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन को अगले हफ्ते पूछताछ के लिए समन किया है। लेकिन समिति ने अपनी जांच को व्हाइट हाउस के दो अन्य वकीलों जॉन ईसेनबर्ग और माइकल एलिस पर केंद्रित कर दिया है। ईसेनबर्ग राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के प्रमुख वकील हैं, जबकि एलिस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सहयोगी वकील हैं।
ईसेनबर्ग और एलिस की भूमिका गंभीर
जांच समिति ने ईसेनबर्ग और एलिस की भूमिका को गंभीर माना है। दो चश्मदीदों ने समिति को बताया कि एनएससी के वकील ईसेनबर्ग को जब बताया गया कि ट्रंप ने घरेलू राजनीतिक मामले में मदद के लिए दूसरे देश के नेता से मदद मांगी है, तब उन्होंने बातचीत के मसौदे को प्रतिबंधित कंप्यूटर सिस्टम में रखवा दिया था। उन्होंने ऐसा इसलिए नहीं किया था क्योंकि यह कोई गुप्त कार्रवाई थी, बल्कि राष्ट्रपति ट्रंप को फायदा पहुंचाने के इरादे से ऐसा किया गया था। ईसेनबर्ग ने जब ऐसा किया था, तब उनके साथ एलिस भी थे।
संसदीय समिति ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच 25 जुलाई को हुई बातचीत के आधार पर महाभियोग की जांच कर रही है। दोनों की बातचीत सुनने वाले व्हाइट हाउस के ही एक कर्मचारी ने शिकायत की थी कि ट्रंप ने अपने फायदे के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए जेलेंस्की पर दबाव डाला था।
दबाव बनाने के लिए यूक्रेन को सहायता रोकी
इसी मामले में राष्ट्रपति के पूर्व उप सहायक टिम मोरिसन ने गुरुवार को समिति के सामने अपनी गवाही में कहा था कि ट्रंप ने दबाव बनाने के लिए यूक्रेन को सैन्य सहायता भी रोक दी थी। मोरिसन राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में यूरोप और रूस से जुड़े मामले संभालते थे। दो दिन पहले ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
महाभियोग जांच को राजनीति से प्रेरित मानते हैं ज्यादातर अमेरिकी
इस बीच, एपी की तरफ से कराए गए सर्वेक्षण के मुताबिक अमेरिका के ज्यादातर लोगों का मानना है कि ट्रंप के खिलाफ महाभियोग जांच राजनीति से प्रेरित है। ज्यादातर लोग ट्रंप के खिलाफ जांच का समर्थन करते हैं, लेकिन उनका यह भी मानना है कि यह जांच संसद की वरीयता सूची में नहीं होनी चाहिए।