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सीएनएन हीरो अवार्ड की दौड़ में दो भारतवंशी भी

पीटसबर्ग के समीर लखानी और टेक्सास की मोना पटेल को मानवीय सहायता में उनके असाधारण योगदान की वजह से नामांकित किया गया है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Fri, 08 Dec 2017 04:29 PM (IST)Updated: Fri, 08 Dec 2017 04:29 PM (IST)
सीएनएन हीरो अवार्ड की दौड़ में दो भारतवंशी भी
सीएनएन हीरो अवार्ड की दौड़ में दो भारतवंशी भी

वाशिंगटन (प्रेट्र)। अमेरिका के प्रतिष्ठित 'सीएनएन हीरो ऑफ दी ईयर अवार्ड' की दौड़ में भारतीय मूल के समीर लखानी के साथ मोना पटेल भी हैं। दोनों को अंतिम 10 की सूची में स्थान मिला है। विजेता के नाम की घोषणा 17 दिसंबर को की जाएगी। पीटसबर्ग के समीर लखानी और टेक्सास की मोना पटेल को मानवीय सहायता में उनके असाधारण योगदान की वजह से नामांकित किया गया है।

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लखानी ने कंबोडिया में ईको सोप बैंक शुरू किया है। वह कंबोडिया के होटलों से फेंके गए साबुनों(ग्राहकों के उपयोग के बाद बची साबुन की टिकिया) को जमा कर उनकी रीसाइकलिंग करते हैं। फिर नया साबुन बना इसे गांव के जरूरतमंद लोगों के बीच बांटते हैं। जब वह कॉलेज छात्र के रूप में 2014 में कंबोडिया के कुछ इलाकों में गए तो वहां यह देखकर दंग रह गए कि लोगों के पास साबुन खरीदने तक के पैसे नहीं थे।

लखानी ने कहा, 'मुझे स्पष्ट याद है कि एक मां अपने नवजात को स्नान कराने के क्रम में उसे कपड़े धोने के पाउडर लगा रही थी।' वहीं मोना पटेल अपने एनजीओ के माध्यम से दिव्यांगों की मदद करती हैं। इन्हें घर, कार से लेकर कृत्रिम अंगों के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। मोना ने 1990 में एक सड़क दुघर्टना में अपने दोनों पैर खो दिए थे।

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