अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की धमकी पर ट्विटर के सीईओ ने दिया जवाब, कहा- फैक्ट चेक हम पर छोड़ दें
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर को बंद करने की धमकी दी है। इस पर ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने कहा है कि हम गलत और विवादित जानकारी के बारे में बताना जारी रखेंगे।
वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर के खिलाफ नए कड़े नियम लाने या उसे बंद करने की धमकी दी है। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि कंपनी रूढ़िवादी आवाजें दबाने की कोशिश कर रही है। हम ऐसा होने से पहले कड़े नियम बनाएंगे या इसे बंद कर देंगे। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कहा... बड़ी कार्रवाई की जाएगी। ट्रंप यहीं नहीं रुके देर रात उन्होंने फिर ट्वीट कर कहा टेक कंपनी पागल होती जा रही है। अब अमेरिकी राष्ट्रपति की इस धमकी पर ट्विटर के सीईओ ने जवाब दिया है...
Big Tech is doing everything in their very considerable power to CENSOR in advance of the 2020 Election. If that happens, we no longer have our freedom. I will never let it happen! They tried hard in 2016, and lost. Now they are going absolutely CRAZY. Stay Tuned!!!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 28, 2020
ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने अमेरिका में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव में दखल देने के आरोपों को खारिज कर दिया है। डोर्सी ने ट्वीट कर कहा है कि फैक्ट चेक के लिए एक कंपनी के तौर पर आखिर कोई न कोई जिम्मेदार होगा तो वह मैं हूं। कृपया फैक्ट चेक का काम हमारे कर्मचारियों पर ही छोड़ दिया जाए। हम दुनिया भर के चुनावों के बारे में गलत और विवादित जानकारी के बारे में बताना जारी रखेंगे। यही नहीं यदि इस काम में कहीं हमसे कोई गलती होती है तो इसको सहर्ष स्वीकार भी करेंगे।
Fact check: there is someone ultimately accountable for our actions as a company, and that’s me. Please leave our employees out of this. We’ll continue to point out incorrect or disputed information about elections globally. And we will admit to and own any mistakes we make.— jack (@jack) May 28, 2020
उल्लेखनीय है कि ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति के दो ट्वीट पर फैक्ट चेक की चेतावनी दी थी जिसके बाद ट्रंप ने यह धमकी दी है। इस बीच, प्रेस सचिव मेकएनी ने बताया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप सोशल मीडिया कंपनियों से जुड़े एक कार्यकारी आदेश पर दस्तखत करेंगे। व्हाइट हाउस की रणनीतिक संचार निदेशक एलसा फराह ने भी प्रेस सचिव के बयान पर मुहर लगाई है। हालांकि गौर करने वाली बात यह है कि अमेरिका में राष्ट्रपति खुद कंपनियों को विनियमित या बंद नहीं कर सकते हैं। ऐसा कोई भी कदम कांग्रेस की कार्यवाही के जरिए ही अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है।