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ट्रंप ने उठाया बड़ा कदम, हांगकांग की मुख्य कार्यकारी कैरी लैम पर अमेरिका लगाया प्रतिबंध

चीन के स्वतंत्रता विरोधी कानूनों को लागू करने में कैरी लैम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसलिए उन्हें अमेरिकी व्यवस्था में प्रतिबंधित किया गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 11:07 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 11:07 PM (IST)
ट्रंप ने उठाया बड़ा कदम, हांगकांग की मुख्य कार्यकारी कैरी लैम पर अमेरिका लगाया प्रतिबंध
ट्रंप ने उठाया बड़ा कदम, हांगकांग की मुख्य कार्यकारी कैरी लैम पर अमेरिका लगाया प्रतिबंध

वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका ने शुक्रवार को बड़ा कदम उठाते हुए हांगकांग की मुख्य कार्यकारी कैरी लैम, पूर्व पुलिस प्रमुख और आठ अन्य अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिए। इन पर हांगकांग की राजनीतिक स्वतंत्रता को बाधित करने के आरोप में प्रतिबंध लगाए गए हैं। लैम हांगकांग में चीन की सबसे बड़ी अधिकारी हैं। वह अर्ध स्वायत्त क्षेत्र की सत्ता प्रमुख हैं। उन्हें चीन के शीर्ष नेतृत्व का विश्वास प्राप्त है। जाहिर है कैरी लैम और अन्य अधिकारियों पर प्रतिबंध से अमेरिका और चीन के संबंधों में कटुता और बढ़ेगी।

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हांगकांग में लागू चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के चलते अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में 

लैम सहित सभी पर प्रतिबंधों के आदेश पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दस्तखत कर दिए हैं। हाल ही में हांगकांग में लागू चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के चलते वहां की राजनीतिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में पड़ गई है। चीन की सत्ता के खिलाफ बोलने पर अब किसी भी व्यक्ति को गंभीर धाराओं में जेल में डाला जा सकता है।

चीन के स्वतंत्रता विरोधी कानूनों को लागू करने में कैरी लैम की महत्वपूर्ण भूमिका

प्रतिबंध आदेश में कहा गया है कि चीन के स्वतंत्रता विरोधी कानूनों को लागू करने में कैरी लैम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसलिए हांगकांग के लोगों की आवाज दबाने के प्रयासों में वह बराबर की भागीदार हैं। इसलिए उन्हें अमेरिकी व्यवस्था में प्रतिबंधित किया गया है। अन्य प्रतिबंधित अधिकरियों में हांगकांग के पुलिस कमिश्नर क्रिस टेंग, उनके पूर्ववर्ती स्टीफन लो जॉन ली भी शामिल हैं।

थ्यानमेन चौक की वर्षगांठ मनाने पर मुकदमा

लोकतंत्र की मांग करने वाले प्रमुख आंदोलनकारी जोशुआ वांग और नाथन ला समेत 24 लोगों पर प्रतिबंधित कार्यक्रम आयोजित करने और उसमें भाग लेने के लिए मुकदमा दर्ज किया गया है। इन सभी ने 1989 में लोकतंत्र और अधिकारों की मांग कर रहे लोगों पर चीनी सुरक्षा बलों की बर्बर कार्रवाई में मारे गए सैकड़ों लोगों को श्रद्धांजलि दी थी। यह कार्रवाई बीजिंग के थ्यानमेन चौक पर हुई थी और इसमें मारे गए ज्यादातर छात्र और युवा थे।


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