Covid-19: जानें- राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकियों को राहत दिए जाने वाले बिल पर क्यों नहीं किए दस्तखत
राष्ट्रपति ट्रंप ने कोविड-19 महामारी के दौरान नुकसान उठाने वाले देशवासियों को राहत देने के नाम पर आए बिल पर दस्तखत करने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि इसमें अपने देश के नागरिकों को राहत के नाम पर कम राशि दी गई है।
वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोविड-19 रिलीफ फंड पर अपने हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है। इसकी वजह उन्होंने बताई है कि इस रिलीफ फंड में जो 600 डॉलर की प्रोत्साहन राशि बेहद कम है। उन्होंने कांग्रेस से इस राशि को बढ़ाकर 2000 डॉलर करने का आग्रह किया है। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने कहा कि इस बिल में अन्य देशों को काफी अधिक राशि देने की बात कही गई है जबकि अपने देश के नागरिकों को बेहद कम राशि दी जा रही है, जो किसी सूरत से भी सही नहीं है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि कुछ माह पहले कांग्रेस ने इस बारे में अमेरिकियों को तुरंत राहत देने के लिए बातचीत की थी। ये हमेशा से किया जाता रहा है। हालांकि जो बिल आखिर में उनके पास भेजा गया वो उस तरह से नहीं था जिसको लेकर बातचीत हुई थी। ये काफी निराशाजनक है।
ट्रेजरी सेक्रेट्री स्टीवन म्नूचिन इस बातचीत का हिस्सा थे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने देशवासियों को कम पैसे देने और अन्य देशों को अधिक देने को पूरी तरह से डॉलर की बर्बादी बताया है। उनका कहना है कि 900 बिलियन डॉलर की राशि देशवासियों की कड़ी मेहनत और ईमानदारी से हासिल हुई है जबकि उन्हें केवल 600 डॉलर देकर महज खानापूर्ति की जा रही है। ये राशि एक छोटे से बिजनेस और उन छोटे रेस्तरां मालिकों के लिए भी नाकाफी है जिनको महामारी की वजह से बड़ा नुकसान हुआ है। ट्रंप ने इस वीडियो में कहा है कि उन्होंने कांग्रेस को इस बिल में अमेरिकियों को दी जाने वाली राशि को 2 या 4 हजार डॉलर करने को कहा है।
आपको बता दें कि अमेरिकी कांग्रेस ने सोमवार को महामारी रिलीफ फंड के नाम पर 900 बिलियन डॉलर की राशि पारित की थी। इसके जरिए महामारी के दौरान नुकसान उठाने वाले लोगों को वित्तीय मदद दी जानी थी। इसके अलावा इस बिल में वैक्सीन के लिए जरूरी संसाधन जुटाने का प्रावधान किया गया था। कांग्रेस से पारित होने के बाद इसको राष्ट्रपति के पास अंतिम मंजूरी के लिए भेजा गया था।
राष्ट्रपति ने इस बिल के लिए कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा है कि पैसे की इस तरह से बर्बादी को रोककर जरूरी चीजों पर इसको खर्च करना चाहिए। इसके लिए उन्होंने इस बिल को फिलहाल वापस कर दिया है ताकि उन्हें दोबारा सही राशि का बिल भेजा जा सके। यदि ऐसा नहीं हुआ तो आने वाली सरकार इस रिलीफ बिल पर विचार करेगी और कोई फैसला लेगी। उन्होंने ये भी कह दिया है कि मुमकिन है आने वाली सरकार उनकी ही हो और इस पर फैसला भी वही लें। ट्रंप के इस ट्वीट का समर्थन करते हुए प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पैलोसी ने ट्रंप की बातों को सही करार दिया है।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि रिपब्लिकन इसको लगातार खारिज कर रहे हैं। आखिरकार राष्ट्रपति लोगों को राहत के तौर पर 2000 डॉलर की राशि देने पर तैयार हुए हैं। डेमोक्रेट इसको इस सप्ताह दोबारा फ्लोर पर रखने के लिए तैयार है। आइए करते हैं। कांग्रेसमेन ब्रेंडन बोयले ने भी राष्ट्रपति ट्रंप की बातों का समर्थन किया है। उन्होने अपने एक ट्वीट में कहा है कि वो खुद भी इतनी राशि अमेरिकियों को दिलवाना चाहते हैं। वह राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थन से काफी खुश हैं। निक्की हैली ने भी एक ट्वीट कर कहा है कि महामारी के दौरान काफी संख्या में अमेरिकियों को नुकसान उठाना पड़ा है। कांग्रेस का काम अब इन लोगों की और छोटा कारोबार करने वालों की मदद करने का है। भारतीय मूल की सांसद प्रमिला जयपाल ने भी राशि को बढ़ाने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि 600 डॉलर की राशि कहीं से भी सही नहीं है।