ट्रंप ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में राजनीतिक फायदे के लिए किया था पद का दुरुपयोग
अब संसद पर है कि वह राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई करती है। रिपोर्ट को 13 में से नौ लोगों के समर्थन से अग्रसारित कर दिया गया है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पद का दुरुपयोग किया। ऐसा उन्होंने 2020 के चुनाव में राजनीतिक लाभ पाने के लिए किया। इस दौरान ट्रंप ने विदेशी सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप करने की कोशिश। उन पर महाभियोग के तहत कार्रवाई के पर्याप्त सुबूत हैं।
प्रतिनिधि सभा की जांच समिति की रिपोर्ट
अमेरिकी संसद (प्रतिनिधि सभा) की जांच समिति की रिपोर्ट का यह निष्कर्ष है। यह रिपोर्ट बुधवार को सामने आई है। साथ ही कानूनी मामलों की संसदीय समिति ने जांच समिति की रिपोर्ट की समीक्षा शुरू कर दी है।
व्हाइट हाउस ने रिपोर्ट को किया खारिज
व्हाइट हाउस ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। कहा है कि यह जांच की एकतरफा प्रक्रिया चलाकर राष्ट्रपति ट्रंप को घेरने की कोशिश की गई। इसमें राजनीतिक हताशा के अलावा कुछ नहीं है।
ट्रंप ने यूक्रेन सरकार से बिडेन के खिलाफ जांच शुरू कराने का प्रयास किया था
संसदीय जांच समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप ने अमेरिकी संविधान द्वारा प्रदत्त ताकत का इस्तेमाल कर यूक्रेन सरकार से राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी व पूर्व उप राष्ट्रपति जो बिडेन के खिलाफ जांच शुरू कराने का प्रयास किया। इसके लिए वहां के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर दबाव बनाया। यह यूक्रेन था रूस नहीं, जिसने 2016 के अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप किया था।
ट्रंप ने यूक्रेन को दी गई अमेरिका की गोपनीय सैन्य मदद से की पर्दा उठाने की कोशिश
समिति में तीन सदस्य हैं। इसकी अगुआई डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ सांसद एडम स्किफ कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप ने यूक्रेन को दी गई अमेरिका की गोपनीय सैन्य मदद से भी पर्दा उठाने की कोशिश की। यह मदद 2015 में ओबामा प्रशासन ने क्रीमिया संकट के समय रूस से मुकाबले के लिए यूक्रेन को दी थी।
समिति में शामिल तीनों सांसदों ने कहा- ट्रंप के खिलाफ साक्ष्य स्पष्ट
समिति में शामिल तीनों सांसदों ने कहा है कि ट्रंप के खिलाफ साक्ष्य बिल्कुल स्पष्ट हैं। ट्रंप ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया। इसके लिए उन्होंने अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा की भी परवाह नहीं की। ट्रंप के कृत्य से राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है। सहयोगी देश की गोपनीय मदद से पर्दा हटा है। ट्रंप ने संविधान के अधिकार और शासन के नियमों का उल्लंघन किया है।
संसद पर निर्भर है कि वह राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई करती
अब यह कांग्रेस (संसद) पर है कि वह राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई करती है। रिपोर्ट को 13 में से नौ लोगों के समर्थन से अग्रसारित कर दिया गया है। अब इस पर प्रतिनिधि सभा की कानूनी मामलों की समिति विचार करेगी। वह राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर बिंदुओं पर फैसला लेगी।