ट्रंप जूनियर के भारत दौरे पर खर्च हुए थे 72 लाख रुपये, अमेरिकी करदाताओं पर बढ़ा बोझ
ट्रंप जूनियर नई दिल्ली, मुंबई, पुणे और कोलकाता में ट्रंप आर्गेनाइजेशन द्वारा बनाए जा रहे लक्जरी रिहायशी प्रोजेक्टों को बढ़ावा देने आए थे।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे ट्रंप जूनियर ने इस साल फरवरी में कारोबार के सिलसिले में भारत का दौरा किया था। उनके इस दौरे से अमेरिकी करदाताओं पर करीब एक लाख डॉलर (करीब 72 लाख रुपये) का बोझ पड़ा। यह धनराशि यात्रा के दौरान 40 वर्षीय डोनाल्ड जे ट्रंप जूनियर की सुरक्षा और अन्य मदों में खर्च हुई थी।
ट्रंप जूनियर अपने इस दौरे पर नई दिल्ली, मुंबई, पुणे और कोलकाता में ट्रंप आर्गेनाइजेशन द्वारा बनाए जा रहे लक्जरी रिहायशी प्रोजेक्टों को बढ़ावा देने आए थे। वह अपनी इस पारिवारिक कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट हैं। राष्ट्रपति ट्रंप इस कंपनी के मालिक हैं। अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रीडम ऑफ इंफार्मेशन एक्ट के तहत गृह विभाग से मिले दस्तावेजों से यह जानकारी सामने आई है।
अमेरिका का यह कानून भारत के राइट टू इंफार्मेशन एक्ट (आरटीआइ) के समान है। दस्तावेजों के अनुसार, ट्रंप जूनियर के दौरे पर होटल के कमरों, हवाई और कार किराये के अलावा खुफिया सर्विस एजेंटों पर 97,805 डॉलर खर्च हुए थे। इस खबर पर ह्वाइट हाउस और ट्रंप जूनियर की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया है। लेकिन उनके सियासी विरोधियों ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि कारोबार को बढ़ावा देने वाला उनका यह दौरा करदाताओं के पैसे का दुरुपयोग था।
क्या कहता है अमेरिकी कानून
अमेरिकी कानून के अनुसार, राष्ट्रपति और उनके पारिवारिक सदस्य खुफिया सर्विस पाने के हकदार हैं। पूर्व राष्ट्रपतियों और उनके पारिवारिक सदस्यों को भी यह सुविधा मिलती है।