इस्लामिक स्टेट से निपटने के लिए उत्तर सीरिया में तैनात रहेंगे 200 अमेरिकी सैनिक
अमेरिका का कहना है कि कुर्द बलों को तेल पर नियंत्रण कायम रखने के लिए 200 अमेरिकी सैनिकों को उत्तर सीरिया में छोड़ने का विचार कर रहा है।
वाशिंगटन, एजेंसी। इस्लामिक स्टेट से लड़ने के लिए 200 अमेरिकी सैनिक उत्तर सीरिया में रहेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिकी उत्तर सीरिया में 200 अमेरिकी सैनिकों की एक छोटी टुकड़ी को छोड़ने की योजना पर विचार कर रहा है। ट्रंप प्रशासन में एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी साझा की।
अमेरिका का कहना है कि कुर्द बलों को तेल पर नियंत्रण कायम रखने के लिए 200 अमेरिकी सैनिकों को उत्तर सीरिया में छोड़ने का विचार कर रहा है। विपक्ष की इस आलोचना के बाद कि अमेरिका ने उत्तर सीरिया से अपने सैनिकों को वापस बुलाकर कुर्दों को संघर्ष में ठकेल दिया है। इसके बाद ट्रंप प्रशासन ने इस पर विचार करना शुरू कर दिया था। अब ट्रंप प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट कर कहा है कि हमारे सैनिकों ने आइएस आतंकवादियों को सौ फीसद परास्त करने के बाद सीरिया से बाहर आने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि सीरिया को ही कुर्दों की रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमे सीरिया के लिए क्यों लड़ना चाहिए।
124 घंटे शांति विराम पर गदगद हुए थे ट्रंप
तुर्की के इस ऐलान के बाद कि वह पांच दिनों तक सीरिया पर हमला नहीं करेगा। इस समझौते के बाद राष्ट्रपति ट्रंप की बड़ी सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई थी। ट्रंप ने कहा था कि यह सौदा तीन दिन पहले तक नहीं हो सकता था। इसे पूरा करने के लिए कुछ सख्त प्रेम का इजहार करना पड़ा था। यह हम सबके लिए सुखद है। इस फैसले से हम सभी को गर्व है। ट्रंप ने कहा उनके लिए यह महान दिन है। अमेरिका के लिए यह गर्व की बात है। इस समझौते के लिए कई साल से कोशिश चल रही थी। तुर्की के इस फैसले से करोड़ों जिंदगियां बच जाएंगी। सभी को बधाई।
शांति के लिए ट्रंप ने लिखा था कठोर खत
उत्तर सीरिया में शांति के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने तुर्की के समकक्ष रेसेप तैयब एर्दोगन को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी। ट्रंप ने अपने पत्र में लिखा था कि 'मूर्ख मत बनो.. होश में आ जाओ.. वरना सजा भुगतने को तैयार रहो।' राष्ट्रपति ट्रंप ने यह पत्र उस वक्त खत लिखा है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फोन करके एर्दोगन को सीरिया संघर्ष सुलझाने की नसीहत दी थी। इस बाबत उन्होंने मॉस्को आने का न्योता भी दिया था। ट्रंप के इस कड़े पत्र के बाद तुर्की की यह पहल सामने आई कि वह 124 घंटे तक उत्तर सीरिया पर हमला नहीं करेगा।