US Election: डेमोक्रेट्स की इस मांग पर राष्ट्रपति ट्रंप ने लगाया ब्रेक, किया बड़ा खुलासा
ट्रंप ने गुरुवार को यह स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि इस वर्ष होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में मेल-इन-वोट को रोकने के लिए पोस्टल सर्विस पर रोक लगा रहे हैं।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को यह स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि चुनाव में मेल से होने वाले मतदान (मेल-इन-वोट) को रोकने के लिए ही पोस्टल सर्विस के लिए अतिरिक्त धन की मांग पर उन्होंने रोक लगाई है। ट्रंप के इस बयान के बाद के अमेरिका में एक बार फिर मेल-इन-वोट पर बहस तेज हो गई है। एक न्यूज चैनल पर दिए गए सक्षात्कार में ट्रंप स्वीकार किया कि डेमोक्रेट्स की यह मांग कैपिटल हिल पर रुक गई है। बता दें कि इस वर्ष अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट्स मेल-इन-वोट की मांग पर अड़े हैं, जबकि राष्ट्रपति ट्रंप इस प्रथा का विरोध कर रहे हैं।
ट्रंप ने बताई बड़ी वजह
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेट्स इसके लिए धन की मांग एक राहत पैकेज की तर्ज पर कर रहे थे। उन्होंने तर्क दिया कि अतिरिक्त धन के बिना डाक सेवा के पास संसाधनों का अभाव होगा। ट्रंप ने कहा इसके चलते वह मतपत्रों की बाढ़ को संभाल पाने में अक्षम होंगे, जो कोरोना महामारी के दौरान मतदान स्थल से बचने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंनें कहा कि यदि हम यह डील नहीं करते तो इसका मतलब था कि वह (डेमोक्रेट्स) धन प्राप्त करने में सफल हो जाते। राष्ट्रपति ने कहा कि अगर ऐसा होता तो डेमोक्रेट्स अमेरिका में मेल-इन-वोट को लागू कराने में सफल हो जाते। उधर, सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को रोड आइलैंड मामले में रिपब्लिकन को फटकार लगाई है कि, जिसमें दो गवाहों या एक नोटरी से हस्ताक्षर प्राप्त किए बिना नागरिकों को नवंबर के आम चुनाव में मेल द्वारा मतदान करने की अनुमति दी गई थी।
विपक्षी डेमोक्रेट्स ने ट्रंप पर साधा निशाना
इस बीच विपक्षी डेमोक्रेट्स का आरोप है कि राष्ट्रपति मतदान के अधिकार को प्रतिबंधित करने का प्रयास कर रहे हैं। डेमोक्रेट्रिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने कहा कि ट्रंप चुनाव नहीं चाहते हैं। कोलोराडो राज्य के सचिव जेना ग्रिसवॉल्ड ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप अमेरिकियों को वोट देने के लिए अपने जीवन को जोखिम डालने के लिए मजबूर कर रहे हैं। यह मतदाताओं का दमन है।
पोस्टमास्टर जनरल ने कहा, चुनावी मेल को संभाल सकते हैं हम
इस बीच पोस्टमास्टर जनरल लुइस डेजॉय ने कहा है कि एजेंसी आर्थिक रूप से अस्थिर स्थिति में है, लेकिन उनका कहना है कि यह इस चुनावी मेल को संभाल सकती है। हालांकि, कोरोना महामारी के कारण चुनाव मेल की मात्रा में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि लेकिन डाक सेवा में हमारे वितरण मानकों के अनुसार सभी चुनाव मेलों को सुरक्षित रूप से और समय पर वितरित करने की पर्याप्त क्षमता है। उधर, द एसोसिएटेड प्रेस द्वारा प्राप्त मेमो में कहा गया है कि डाक सेवा नेतृत्व ने ओवरटाइम को खत्म करने से इसका असर डिलीवरी पर पड़ा है। डाक कर्मचारियों और संघ के अधिकारियों का कहना है कि सेवा में देरी हो रही है। अतिरिक्त रिकॉर्ड विस्तार से डाकघरों में घंटों तक कटौती होती है, जिसमें शनिवार को और दोपहर के भोजन के समय में कटौती शामिल है।