अमेरिका और चीन के बीच छिड़ी 'ट्रेड वॉर', डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को भी दी कड़ी चेतावनी...!
डोनाल्ड ट्रम्प इस बारे में पहले ही भारत और चीन जैसे देशों को सख्त चेतावनी दे चुके हैं। उन्होंने पहले कहा था कि अगर अमेरिकी सामानों पर टैक्स कम नहीं किया गया तो वे भी उतना ही टैक्स लगाएंगे।
वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिका और चीन के बीच जो ट्रेड वॉर शुरू हुई है, उसकी आंच भारत तक भी पहुंच सकती है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पहले ही भारत और चीन जैसे देशों को चेतावनी दे चुके थे कि अगर अमेरिकी सामानों पर टैक्स कम नहीं किया गया तो वे भी उतना ही टैक्स लगाएंगे। इस बीच चीन के साथ अमेरिका के साथ बड़े व्यापार घाटे की वजह से यूएस में लगभग 20 लाख नौकरियां चली गई हैं। व्हाइट हाउस की ओर से यह बयान चीन के विरुद्ध ट्रंप की कार्रवाई का बचाव करते हुए जारी किया गया है। ज्ञात हो कि ट्रंप प्रशासन ने चीन की वस्तुओं के आयात पर 60 अरब डॉलर का शुल्क लगा दिया है।
बताया जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन की ओर से चीन पर यह शुल्क अमेरिकी बौद्धिक संपदा की अनुचित तरीके से जब्त करने के खिलाफ उठाया गया है। संभवना जताई जा रही है कि ट्रंप के इस कदम से दुनिया की दोनों बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में पहले चल रही खींचतान और बढ़ सकती है। उधर, चीन ने धमकी दी है कि वह आयात के खिलाफ उठाए गए डोनाल्ड ट्रंप के कदम के बदले 3 अरब डॉलर की लागत वाले अमेरिकी गुड्स पर टैरिफ लगाएगा।
एक आकलन के आधार पर बहुत सामान्य गणना यह बताती है कि व्यापार घाटे से चीन में करीब 20 लाख नौकरियां बढ़ीं और अमेरिका में इतनी ही घटीं। यह अमेरिका के लिए एक गंभीर समस्या है। चीन के 'अनुचित' व्यापार तरीकों के चलते अमेरिका से ट्रेड डेफिसिट 370 अरब डॉलर हो गया है। ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि अब यह चीन को फैसला करना है कि वह क्या कदम उठाता है।
गुरुवार को ट्रम्प के फैसले के बाद चीन ने फलों, नट्स, शराब और निर्बाध स्टील ट्यूबों पर 15 फीसद टैरिफ की घोषणा की और सूअर के मांस व एल्यूमीनियम उत्पादों के री-साइकिल पर 25 फीसद का टैरिफ लगाया। सिन्हुआ न्यूज़ एजेंसी ने चीनी वाणिज्य मंत्रालय के हवाले से कहा इन उपायों को दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण में 15 फीसद टैरिफ लगाया जाएगा, यदि दोनों देश निर्धारित समय के भीतर व्यापार के मुद्दों पर समझौते तक नहीं पहुंच पाते हैं। दूसरे चरण में अमेरिकी नीतियों के प्रभाव के मूल्यांकन के बाद 25 फीसद आयात कर लगाया जाएगा।
चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध की स्थिति देखने को मिल रही हैं, जो दुनिया के दो सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार हैं। चीन की सख्त चेतावनियों के बावजूद ट्रम्प ने आरोपों को दरकिनार करने की कोशिश की। 8 मार्च को अमेरिका ने कनाडा और मेक्सिको के लिए शुरुआती छूट के साथ चीनी स्टील (25 फीसद) और एल्यूमीनियम (10 फीसद) उत्पादों पर टैरिफ लगाया था। अमेरिका का यह कदम चीन की अमेरिकी कंपनियों की बौद्धिक संपदा चोरी करने के जवाब में है।
अमेरिका के निशाने पर भारत भी...!
डोनाल्ड ट्रम्प इस बारे में पहले ही भारत और चीन जैसे देशों को सख्त चेतावनी दे चुके हैं। उन्होंने पहले कहा था कि अगर अमेरिकी सामानों पर टैक्स कम नहीं किया गया तो वे भी उतना ही टैक्स लगाएंगे। ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका दूसरे देशों से आयातित सामानों पर बहुत कम टैक्स लगाता है, लेकिन दूसरे देश हमारे सामानों पर ज्यादा टैक्स लगाते हैं।