चुनावी खर्च के मामले में भारत ने अमेरिका को पछाड़ा, 2019 का आम चुनाव सबसे महंगा
भारत में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव दुनिया के किसी भी लोकतांत्रिक देशों में आयोजित होने वाले चुनावों से सबसे महंगा होगा।
वाशिंगटन [ एजेंसी ] । चुनावी खर्च के लिहाज से भारत दुनिया का अग्रणी मुल्क होगा। इस मामले में उसने दुनिया के सबसे विकसित और संपन्न देश अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। जी हां, भारत में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव दुनिया के किसी भी लोकतांत्रिक देशों में आयोजित होने वाले चुनावों से सबसे महंगा होगा। इस तरह भारत चुनावी खर्च को लेकर दुनिया के सभी लोकतांत्रिक देशों को पीछे छोड़ देगा।
कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में दक्षिण एशिया कार्यक्रम के निदेशक एवं वरिष्ठ फेलो मिलान वैष्णव ने कहा है। उनका यह भी दावा है कि यह आम चुनाव भारत का अब तक सबसे महंगा चुनाव होगा। बता दें कि भारत का चुनाव आयोग जल्द ही लोकसभा के 543 सदस्यों के चुनाव के लिए चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करने की उम्मीद है।
मिलान ने अपने तर्क के समर्थन में कहा है कि अमेरिका में 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के साथ कांग्रेस के लिए भी चुनाव हुए थे। अमेरिका में दोनों चुनाव एक साथ हुए थे। संयुक्त अमेरिकी राष्ट्रपति और कांग्रेस के चुनावों में 2016 के चुनावों में 6.5 बिलियन अमरीकी डालर यानी करीब 46,270 करोड़ रुपये का खर्च आया था। जबकि भारत में वर्ष 2014 में भारत में हुए आम चुनाव में करीब पांच बिलियन खर्च हुआ था।
उन्होंने कहा कि भारतीय चुनावों की अत्यधिक लागत भारतीय राजनीतिक अर्थव्यवस्था का एक तथ्य और एक सत्य बन चुका है। वैष्णव ने कहा कि भारत में राजनीतिक चंदा या उसके लिए धन के योगदान की पारदर्शिता शुन्य है। उन्होंने कहा कि भारत में यह पता लगा पाना अंसभव है कि किस राजनेता या पार्टी को कितना चंदा या धन प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि भारत में दानदाता डर की वजह से अपनी राजनीतिक चंदा देने का खुलासा करने के इच्छुक नहीं होते । उन्होंने कहा कि इस प्रणाली में पूरी तरह से पारदर्शिता का अभाव है।