गर्भवती महिलाओं में कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक, मातृ मृत्यु दर का भी बढ़ जाता है जोखिम
अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के शोध में कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं में कोरोना संक्रमण की दर उसी उम्र की महिलाओं की तुलना में 70 फीसद अधिक था। यह शोध वाशिंगटन प्रांत में रहने वाली महिलाओं के बीच किया गया था।
वाशिंगटन, आइएएनएस। अमेरिका में किए गए नए अध्ययन के मुताबिक गर्भवती महिलाओं में कोरोना संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है। यह शोध अमेरिकन जर्नल ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनकोलॉजी में प्रकाशित हुआ है। इसमें कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं में कोरोना संक्रमण की दर उसी उम्र की महिलाओं की तुलना में 70 फीसद अधिक था। यह शोध वाशिंगटन प्रांत में रहने वाली महिलाओं के बीच किया गया था।
अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन की शोधकर्ता क्रिस्टीना एडम्स वाल्डोर्फ ने कहा, 'हमारे द्वारा जुटाए गए आंकड़े बताते हैं कि गर्भवती महिलाओं का महामारी से बचना नामुमकिन था।' उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाओं का कोरोना से ग्रसित होने का मतलब यह है कि इससे ना केवल बीमारी और ज्यादा जटिल हो जाती है बल्कि संक्रमण से मातृ मृत्यु दर का जोखिम भी बढ़ जाता है। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को कोरोना टीकाकरण में प्राथमिकता देने की भी सिफारिश की।
अध्ययन में 35 हॉस्पिटल और क्लीनिक को किया गया शामिल
अध्ययन में 35 हॉस्पिटल और क्लिनिक को शामिल किया गया था। अध्ययन के दौरान शोध टीम ने मार्च 2020 से जून 2020 के बीच संक्रमित हुई 240 गर्भवती महिलाओं की जांच की। अध्ययन के दौरान वाल्डोर्फ ने गर्भवती महिलाओं से कहा कि वह कोरोना टीकाकरण के जोखिम और लाभ के संबंध में अपने पूर्व डॉक्टर के साथ चर्चा करें।
उन्होंने कहा कि हम इस अध्ययन की जानकारी का उपयोग अगले महामारी से निपटने के लिए करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के ट्रायल और टीकाकरण के दौरान महिलाओं को प्राथमिकता दिए जाने की आवश्यकता है।