सीरिया में 500 अमेरिकी सैनिक रहेंगे बररकार, शीर्ष अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने दी जानकारी
सीरिया से पूरी तरह से अमेरिकी सेना नहीं हटेगी। यहां 500 सैनिक बरकरार रहेंगे। एक शीर्ष अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है।
वाशिंगटन, एएफपी। सीरिया से पूरी तरह से अमेरिकी सेना नहीं हटेगी। यहां 500 सैनिक बरकरार रहेंगे। एक शीर्ष अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। बता दें कि कुछ हफ्ते पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्धग्रस्त देश सीरिया से अपने सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया था।
ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने कहा कि युद्धग्रस्त देश में अमेरिकी सैनिक तैनात रहेंगे। इनकी संख्या एक हजार से कम 5 सौ से 6 सौ तक होगी। पिछले महीने ट्रंप ने सीरिया से सैन्य वापसी अचानक घोषणा की थी। इसी के बाद अमेरिकी-सहयोगी कुर्द लड़ाकों पर तुर्की ने हमला तेज कर दिया था। इस फैसले को लेकर उनकी काफी आलोचना हुई। कहा गया इससे इस्लामिक स्टेट समूह मजबूत होगा और उसके खिलाफ अमेरिका की लड़ाई पर असर पड़ेगा।
आइएस की मौजूदगी
इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने बाद में कहा कि वह मूल्यवान तेल क्षेत्रों की रक्षा के लिए इस क्षेत्र में कुछ सैनिकों को छोड़ देंगे। अफगानिस्तान और इराक में सेना की कमान संभाल चुके मिले ने कहा कि अमेरिकी सैनिकों के लिए सीरिया में बने रहना महत्वपूर्ण है क्योंकि आइएस की वहां मौजूदगी है।
आइएसआइएस के लड़ाके मौजूद
उन्होंने कहा, 'इस क्षेत्र में अभी भी आइएसआइएस के लड़ाके हैं, जब-तक समूह पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता, तब-तक उसपर दबाव बनाए रखा जाएगा, वहां बहुत हदतक संभावना है कि आइएसआइएस का फिर से उदय हो सकता है।'
बगदादी के उत्तराधिकारी का जल्द होगा खात्मा
अमेरिकी विशेष बल इकाई द्वारा आईएस के नेता अबू बक्र अल-बगदादी के 26 अक्टूबर को मारे जाने के बारे में पूछे जाने पर, मिले ने कहा कि इसका संगठन पर महत्वपूर्ण विघटनकारी प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास उसके उत्तराधिकारी अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी के बारे में काफी जानकारी है। जल्द ही उसका भी खात्मा होगा।
अफगानिस्तान में कुछ और साल रहेगी अमेरिकी सेना
ट्रंप ने कहा है कि वह जहां संभव हो, विदेश में अमेरिकी सैन्य उलझनों को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन मिले ने कहा कि पहले से ही 18 साल से अफगानिस्तान में मौजूद अमेरिकी सेना कुछ और सालों तक वहां रहेगी।