अमेरिका में विश्वविद्यालय बंद हुआ तो गायों की सेवा के लिए रुक गए छात्र
मैनेजर मैट बोडेट ने बताया कि करीब 70-80 छात्र इस काम के लिए उत्सुक थे लेकिन हमें सिर्फ सात की ही जरूरत थी।
बर्लिंगटन, एपी। अमेरिकी की यूनिवर्सिटी ऑफ वर्मोंट(University of Vermont) को कोरोना वायरस महामारी की वजह से बंद करना पड़ा और सभी छात्रों को घर भेज दिया गया तो सवाल उठा कि विश्वविद्यालय की गायों का क्या होगा ? विश्वविद्यालय के पास सौ गायें हैं जिनकी देखभाल को-ऑपरेटिव फॉर रीयल एजुकेशन इन एग्रीकल्चर मैनेजमेंट प्रोग्राम (क्रीम) के छात्र करते हैं। उन छात्रों के बिना गायों का भविष्य खतरे में दिखाई दे रहा था। जैसे ही यह बात छात्रों को पता लगी तो तत्काल 'क्रीम' के दर्जनों छात्र एवं पूर्व छात्र अपनी गर्मियां इन गायों के साथ बिताने के लिए तैयार हो गए।
एक छात्रा क्लाउडिया ने बताया कि इन गर्मियों वह इसके अलावा कुछ और नहीं करेगी। वह गायों की देखभाल के लिए तड़के ही सोकर उठ जाती है। उसकी तरह छह अन्य छात्र भी गायों की देखभाल को लेकर खासे उत्साहित हैं। वे गायों को उनके नाम से जानते हैं और कौन सी गाय कितना दूध देती है, कौन कब बच्चे को जन्म देगी, वे ये सब जानते हैं। मैनेजर मैट बोडेट ने बताया कि करीब 70-80 छात्र इस काम के लिए उत्सुक थे, लेकिन हमें सिर्फ सात की ही जरूरत थी।
अमेरिका में हर मिनट कोरोना से एक मौत
अमेरिका में कोरोना महामारी से स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है। इस देश में अब हर मिनट कोरोना से एक पी़ि़डत की मौत हो रही है। इससे मरने वालों की संख्या डेढ़ लाख के पार पहुंच गई है। अब तक 45 लाख से ज्यादा लोग इस घातक वायरस की चपेट में आकर संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका के 50 प्रांतों में से करीब 40 में महामारी ब़़ढने से नए मामलों में तेजी देखी जा रही है।
समाचार एजेंसी के अनुसार, अमेरिका में बुधवार को 1,461 पीड़ितों की जान गई। इससे पहले गत 27 मई को एक दिन में 1,484 रोगियों ने दम तोड़े थे। जबकि समाचार एजेंसी पीटीआइ ने जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के हवाले से बताया कि अमेरिका में बुधवार तक एक लाख 50 हजार 676 पीड़ितों की मौत हुई। इस देश में कोरोना से पहली मौत गत 29 फरवरी को हुई थी। तब से 54 दिन बाद यानी 23 अप्रैल को मृतकों की संख्या 50 हजार हुई थी। यह आंक़़डा गत 27 मई को एक लाख के पार पहुंचा था। इसके बाद 63 दिनों में और 50 हजार मरीजों की मौत से मरने वालों की तादात डे़़ढ लाख के पार पहुंच गई।