सफलतापूर्वक मेक्सिको की खाड़ी में उतरा SpaceX, बाहर निकाले गए दोनों अंतरिक्षयात्री: VIDEO
1970 के दशक में अपोलो प्रोग्राम के अंत के बाद पानी में अंतरिक्षयात्रियों की लैंडिंग पहली बार हुई है। स्पेस एक्स कैप्सूल दो अंतरिक्षयात्रियों को एक दिन से भी कम समय में वापस ले आया
केप केनवरल , एएनआइ। एक दिन से भी कम समय में स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष से वापस लौट आया। शनिवार को रवाना हुआ स्पेस एक्स रविवार रात को धरती पर लौट आया। मेक्सिको की खाड़ी में इसकी सफल लैंडिंग हुई। पानी में करीब एक घंटा रहने के बाद अंतरिक्षयात्रियों को कप्सूल से निकाला गया इसके बाद हेलीकॉप्टर व प्लेन के जरिए ये अपने घर ह्यूस्टन जा कर अपने परिजनों से मिलेंगे। स्पेस एक्स के कैप्सूल के खुलने के बाद नासा के दोनों अंतरिक्षयात्री (NASA astronauts), पायलट डग हर्ले (Col. Doug Hurley) और कमांडर बॉब ब्हेनकेन (Bob Behnken) स्पेसक्राफ्ट से बाहर निकाले गए। कंपनी के मिशन कंट्रोल ने कहा, 'वापस धरती पर आपकास्वागत है और स्पेस एक्स का उपयोग करने के लिए धन्यवाद।' अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट कर इस सफलता पर खुशी का इजहार किया।
VIDEO: Crew of SpaceX Dragon Endeavour splash down in Gulf of Mexico pic.twitter.com/1rWdGcuZ5a
— AFP news agency (@AFP) August 3, 2020
स्पेस एक्स और नासा का यह संयुक्त मिशन कामयाब रहा साथ ही यह साबित हो गया कि अमेरिका के पास अंतरिक्षयात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने और वापस लाने की क्षमता बरकरार है। 1975 के अपोलो सोयूज मिशन (Apollo-Soyuz mission) के बाद से यह अमेरिकी स्पेशशिप के लिए यह पहला वॉटर लैंडिंग है।
दो माह तक अंतरिक्ष में रहा स्पेस एक्स
लगभग दो माह तक अंतरिक्ष में बिताने के बाद दोनों अंतरिक्ष यात्री वापस लौट आए हैं। 1970 के दशक में अपोलो प्रोग्राम के अंत के 45 साल बाद पानी में अंतरिक्षयात्रियों की लैंडिंग पहली बार हुई है। इस सफल मिशन के बाद अब स्पेस एक्स के अगले महीने के मिशन का रास्ता साफ है। परीक्षण उड़ान के पायलट डग हर्ले और बॉब ब्हेनकेन शनिवार रात इंटरनेशनन स्पेस सेंटर से वापसी के लिए रवाना हुए थे। इससे पहले अपनी तैयारियों की एक फोटो के साथ डग हर्ले ने ट्वीट किया था कि वे वापस लौट रहे हैं। उल्लेखनीय है कि ड्रैगन नाम के कैप्सूल को चालक दल ने ड्रैगन एंडेवर नाम दिया है जो पृथ्वी की कक्षा से 28 हजार किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की ओर आया और उसने 560 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वायुमंडल में प्रवेश किया और आखिर में 24 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मेक्सिको की खाड़ी में लैंड हुआ ।