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चीन से मुकाबले को अमेरिका ने की बड़ी तैयारियां, अनुसंधान व विकास बिल पर सीनेट में वोटिंग

चीन से मुकाबले को लेकर अमेरिका बड़े स्तर पर तैयारियां कर रहा है। इस क्रम में सीनेट में अनुसंधान एंव विकास बिल पर वोटिंग की गई। शोध और नवाचार पर 50 बिलियन डालर तक का खर्च करने की बात कही गई है।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 28 May 2021 03:56 PM (IST)Updated: Fri, 28 May 2021 03:56 PM (IST)
चीन से मुकाबले को अमेरिका ने की बड़ी तैयारियां,  अनुसंधान व विकास बिल पर सीनेट में वोटिंग
आस्टिन ने कहा, हमारे कई सहयोगी, चीन का कोई नहीं

वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका चीन से मुकाबले में बहुत आगे जाने की रणनीति बनाए हुए है और उसी के तहत उसने सीनेट में अनुसंधान और विकास (Research and Development) के संबंध एक महत्वपूर्ण बिल सीनेट (US Senate) में रखा है। इस बिल के मंजूर होने के बाद शोध कार्यो और तकनीक को उन्नत बनाने में मदद मिलेगी। अमेरिका में ही कंप्यूटर चिप बनाने जैसे कार्यो को आगे बढ़ाया जाएगा। इसके लिए 50 बिलियन डालर (करीब तीन लाख साठ हजार करोड़ रुपये) का प्रविधान किया गया है। यह बिल एक हजार पेज से ज्यादा का है।

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बाइडन प्रशासन के ढांचागत विकास की अहम कड़ी

अमेरिकन इनोवेशन एंड कंपटीशन एक्ट जो बाइडन प्रशासन के ढांचागत विकास की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इस पर सीनेट में बहस का कार्य पूरा हो गया है और वोटिंग की जाएगी। संसद में बहस के दौरान कहा गया कि यह बिल चीन को पीछे छोड़ने के लिए नहीं वरन अपने आप को बेहतर बनाने के लिए है, जिससे चीन की चुनौतियों का आसानी से मुकाबला किया जा सके। इस बिल के जरिये अमेरिका में नवाचार और अनुसंधान के मामले में नया अध्याय शुरू होगा। इसके माध्यम से नेशनल साइंस फाउंडेशन को फंड दिया जा सकेगा। तकनीक और नवाचार के लिए निदेशालय की स्थापना भी की जाएगी।

आस्टिन ने कहा, हमारे कई सहयोगी, चीन का कोई नहीं 

अमेरिकी रक्षा मंत्री जान आस्टिन ने कहा कि हमारी ताकत बढ़ाने में हमारे साथ कई सहयोगी हैं, लेकिन चीन के पास कोई नहीं। यही ताकत हमें चीन से अलग करती है और हमारी क्षमता को बढ़ाती है। आस्टिन वित्त वर्ष 2022 के बजट पर संसद की उप-समिति के समक्ष अपने तर्क रख रहे थे। सांसद स्काट फ्रेंकलिन ने एक बिल भी पेश किया, जिसमें मांग की गई है कि जब तक चीन उइगर मुस्लिमों के नरसंहार को स्वीकार नहीं करता है, तब तक उसके सभी अंतरराष्ट्रीय युद्धाभ्यास पर रोक लगाई जाए।


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