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Alexei Navalny : EU की हेकड़ी पर सख्‍त हुआ रूस, कहा- प्रतिबंध लगाए तो नतीजे भुगतने को तैयार रहो

रूस ने कहा है कि ईयू यदि प्रतिबंध लगाता है तो इसके नतीजे भुगतने को तैयार रहे। रूस ने कहा है कि वह अपना नाता यूरोपीय संघ से तोड़ लेगा। रूसी विदेश मंत्री ने कहा हम अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय से अलग-थलग नहीं पड़ना चाहते लेकिन हम उसके लिए तैयार हैं।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 14 Feb 2021 05:49 PM (IST)Updated: Sun, 14 Feb 2021 05:49 PM (IST)
Alexei Navalny : EU की हेकड़ी पर सख्‍त हुआ रूस, कहा- प्रतिबंध लगाए तो नतीजे भुगतने को तैयार रहो
रूस में विपक्षी नेता एलेक्‍सी नवलनी की गिरफ्तारी पर यूरोपीय संघ और रूस में ठनी। फाइल फोटो।

मॉस्‍को, ऑनलाइन डेस्‍क। रूस में विपक्षी नेता एलेक्‍सी नवलनी की गिरफ्तारी को लेकर यूरोपीय संघ की हेकड़ी पर सख्‍त रुख अपनाया है। नवलनी की गिरफ्तारी पर यूरोपीय संघ द्वारा प्रतिबंध की धमकी दिए जाने के बाद रूस ने तीखी प्रतिक्र‍िया दी है। रूस ने कहा है कि यूरोपीय संघ यदि प्रतिबंध लगाता है तो इसके नतीजे भुगतने को तैयार रहे। रूस ने कहा है कि वह अपना नाता यूरोपीय संघ से तोड़ लेगा। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सख्‍त लहजे में कहा हम अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय से अलग-थलग नहीं पड़ना चाहते,  लेकिन हम उसके लिए तैयार हैं।

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यूरोपीय संघ के साथ औपचारिक संबंध बनाए रखने संबंधी सवाल पर रूसी विदेश मंत्री ने कहा है कि रूस अलग-थलग नहीं पड़ना चाहता। उन्‍होंने कहा कि यदि यूरोपीय संघ रूस की अर्थव्‍यवस्‍था को नुकसान पहुंचाने वाला कोई कदम उठाता है तो हमारा देश जवाबी फैसला देगा। उन्‍होंने कहा कि अगर रूस पर आर्थिक पाबंदी लगाई गई तो रूस इसका जवाब देगा। गौरतलब है कि मॉस्को ने नवलनी के समर्थन में प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले जर्मनी, पोलैंड और स्वीडन के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था। जवाब में यूरोपीय संघ के तीनों देशों ने रूस के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है।

गौरतलब है कि रूस की सरकार ने आलोचक एलेक्‍सी नवलनी को स्‍वदेश वापस आने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस बात का पहले से ही अंदेशा भी जताया जा रहा था। नवलनी लगभग छह माह के बाद स्‍वदेश वापस लौटे थे। बीते वर्ष 30 दिसंबर 2019 को ही उनके खिलाफ रूस की सरकार ने दबाव बनाते धोखाधड़ी के नए मामले दर्ज किए थे। उन पर आरोप है कि एंटी करप्‍शन फाउंडे समेत अन्‍य संस्‍थाओं के लिए अरबों डॉलर की फंडिंग में धांधली किए जाने का आरोप है। उनके स्‍वदेश पहुंचने से पहले ही रूसी जांच एजेंसियों ने उनके खिलाफ जांच भी शुरू कर दी थी। इसके अलावा उनके ऊपर एक पुराने मामले में सजा के निलंबन की शर्तो का उल्लंघन किए जाने का भी आरोप लगा है।


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