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स्पाइडर मैन की तरह चढ़ाई करेंगे रोबोट, जानिए किन क्षेत्रों में काम करना हो जाएगा आसान

अमेरिकी शोधकर्ताओं ने एक खास तरह की डिवाइस बनाई है जिसकी मदद से स्पाइडर मैन की तरह चढ़ाई करने वाले रोबोट बनाए जा सकते हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 09:37 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 09:37 PM (IST)
स्पाइडर मैन की तरह चढ़ाई करेंगे रोबोट,  जानिए किन क्षेत्रों में काम करना हो जाएगा आसान
स्पाइडर मैन की तरह चढ़ाई करेंगे रोबोट, जानिए किन क्षेत्रों में काम करना हो जाएगा आसान

वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिकी शोधकर्ताओं ने एक खास तरह की डिवाइस बनाई है, जिसकी मदद से स्पाइडर मैन की तरह चढ़ाई करने वाले रोबोट बनाए जा सकते हैं और इन रोबोटों की हाथों से चीजों को पकड़ने की क्षमता भी कई गुना बढ़ाई जा सकती है। इस डिवाइस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे खुरदुरी सतह पर भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस तरह के रोबोट की मदद से गगनचुंबी इमारतों में सफाई के साथ-साथ आगजनी के खतरे को भी कम किया जा सकता है।

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अमेरिकी शोधकर्ताओं ने विकसित की जीरो-प्रेशर डिफरेंस सक्शन यूनिट

अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स (एआइपी) के वैज्ञानिकों के अनुसार, पारंपरिक सक्शन (खिंचाव) तरीकों से खुरदुरी सतह पर खिंचाव बल के प्रयोग करने में दिक्कतें आती हैं। यह हवा की लीकेज की वजह से होता है, जिससे सक्शन ठीक से काम नहीं करता है। यह शोध फिजिक्स ऑफ फ्लूड्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है, जिसमें नई डिवाइस के बारे में विस्तार से बताया गया है। शोधकर्ताओं ने जीरो-प्रेशर डिफरेंस (जेडपीडी) पद्धति विकसित की है, जो वैक्यूम लिकेज नहीं होने देती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, नई तकनीक में सतह और डिवाइस के सक्शन कप के बीच हाईस्पीड रोटेटिंग वाटर रिंग का प्रयोग होता है, जो खुरदुरी सतह पर पकड़ मजबूत करने वाला बल उत्पन्न करता है। यह बल वैक्यूम की स्थिति बनाए रखने में मदद करता है।

एआइपी के शोधकर्ता और अध्ययन के सह-लेखक जिन ली ने बताया, 'इस डिजाइन का प्रयोग कई तरह से किया जा सकता है, लेकिन हमें लगता है कि दीवार पर चढ़ाई करने वाला रोबोट सबसे अधिक उपयोगी होगा।' ली ने बताया, 'दीवार पर चढ़ाई करने वाले अन्य रोबोट की तुलना में जेडपीडी से लैस सक्शन वाले रोबोट की कार्यक्षमता में आश्चर्यजनक सुधार देखे गए।' वैज्ञानिकों के अनुसार, जेडपीडी सक्शन यूनिट पारंपरिक रूप से प्रयोग होने वाले सक्शन डिवाइस से हल्की होती है। इसमें पर्याप्त ऊर्जा भी होती है।

ऊर्जा की कम होती है खपत

शोधकर्ताओं ने अध्ययन में लिखा है, 'हमारे प्रयोग से पता चलता है कि 0.8 किलोग्राम की जेडपीडी सक्शन यूनिट खुरदुरी सतह पर 245 न्यूटन का बल उत्पन्न करता है और इस प्रक्रिया में 400 वाट से कम की ऊर्जा खपत होती है।' इसके विपरीत, इसी आकार की पारंपरिक सक्शन यूनिट इतना ही बल उत्पन्न करने के लिए कई किलोवाट और दर्जनों किलोग्राम के वैक्यूम पंप की जरूरत पड़ती है।

पानी की खपत कम करना लक्ष्य

वैज्ञानिकों ने जेडपीडी यूनिट को तीन अलग-अलग आकार वाले सक्शन के साथ प्रयोग किया। इसमें एक चीजों को पकड़ने और संभालने के लिए रोबोटिक हाथ पर प्रयोग किया। दूसरा, दीवार चढ़ने वाले रोबोट पर किया। ली ने बताया, 'इस शोध में अगला कदम पानी की खपत को कम करना है। अगर पानी की खपत कम की जा सके, तो सक्शन यूनिट काफी लंबे समय तक काम कर सकता है।'

कम हो सकता है जानमाल का जोखिम

शोधकर्ताओं ने कहा, 'सक्शन यूनिट से लैस रोबोट ऊंची इमारतों में होने वाली आगजनी के नुकसान को कम कर सकते हैं। क्योंकि हाई राइज बिल्डिंगों में आग लगने पर दमकल कर्मियों को घटनास्थल तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है और कई बार वे समय रहते वहां तक नहीं पहुंच पाते। ऐसे में काफी जन-धन की हानि होने का जोखिम रहता है। लेकिन सक्शन रोबोट इस खतरे को भी काफी हद तक कम कर सकते हैं।'


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