कोरोना पर विटामिन डी के असर को परखेंगे शोधकर्ता, जानें- इस बात की होगी जांच
अमेरिका की पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता इस बात पर गौर करेंगे कि विटामिन डी इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) को किस तरह नियंत्रित करता है। शोधकर्ताओं के अनुसार श्वसन तंत्र में संक्रमण की समस्या से जूझने वाले पीडि़तों में विटामिन डी की कमी पाई गई है।
वाशिंगटन, आइएएनएस। कोरोना वायरस (कोविड-19) से मुकाबले में विटामिन डी की भूमिका सामने आई है। यह पाया गया है कि विटामिन डी सप्लीमेंट से कोविड-19 का असर कम हो सकता है। इसी को ध्यान मेंे रखकर शोधकर्ता यह परखेंगे कि इस खतरनाक वायरस पर विटामिन डी कैसे असर डालता है। इस बात का भी पता लगाएंगे कि क्या विटामिन डी की मदद से कोरोना पीडि़तों में लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
अमेरिका की पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता इस बात पर गौर करेंगे कि विटामिन डी इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) को किस तरह नियंत्रित करता है। उन्होंने कहा, 'हम अभी इस बात को अच्छी तरह समझ नहीं पाए हैं कि वायरल संक्रमण से निपटने में इम्यून सिस्टम पर विटामिन डी का किस तरह का असर पड़ता है।' शोधकर्ताओं के अनुसार, श्वसन तंत्र में संक्रमण की समस्या से जूझने वाले पीडि़तों में विटामिन डी की कमी पाई गई है। जबकि मौसमी इंफ्लुएंजा से बचाव में विटामिन डी सप्लीमेंट की उच्च खुराक उपयोगी होती है। कोरोना के गंभीर संक्रमण के उपचार में भी विटामिन डी सप्लीमेंट की उच्च खुराक में संभावना देखी जा रही है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि शरीर में विटामिन डी के उच्च स्तर से न सिर्फ आंत रोग बल्कि आंत और फेफड़ों में संक्रमण से भी बचाव होता है। हालांकि शरीर में विटामिन डी की अधिकता को नुकसानदेह माना जाता है। पूर्व के अध्ययनों से यह जाहिर हो चुका है कि विटामिन डी की कमी के चलते कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। विटामिन डी की कमी से कोरोना पीडि़तों में सांस संबंधी समस्या बढ़ सकती है।