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इस सूट को पहनकर बिना थके कर सकेंगे लंबी यात्रा, यह है खासियत

वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस सूट का प्रयोग बुजुर्ग भी कर सकेंगे। अक्सर बुढ़ापे में लोगों को घुटने के दर्द आदि की समस्या होती है और वे शारीरिक रूप से चलने में असमर्थ हो जाते हैं।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 11:54 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 11:55 AM (IST)
इस सूट को पहनकर बिना थके कर सकेंगे लंबी यात्रा, यह है खासियत
इस सूट को पहनकर बिना थके कर सकेंगे लंबी यात्रा, यह है खासियत

बोस्टन [प्रेट्र]। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा खास सॉफ्ट एक्सोसूट तैयार करने में सफलता हासिल की है, जिसे पहनकर बिना थके लंबी यात्रा कर सकेंगे। इसका लाभ सिर्फ आम इंसान को ही नहीं, बल्कि सेना के जवान, दमकल और बचाव कार्यों में लगे राहतकर्मी भी उठा सकेंगे। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसे पहनकर जटिल से जटिल कार्य करने और लंबी-लंबी यात्रा करने में थकान महसूस नहीं होगी। वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस सूट का प्रयोग बुजुर्ग भी कर सकेंगे। अक्सर बुढ़ापे में लोगों को घुटने के दर्द आदि की समस्या होती है और वे शारीरिक रूप से चलने में असमर्थ हो जाते हैं। ऐसे में यह सूट उनके लिए भी मददगार साबित होगा।

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इस तरह करता है काम

सूट के बारे में विस्तृत जानकारी जर्नल ऑफ न्यूरोइंजीनियरिंग एंड रिहैबिलिटेशन में प्रकाशित की गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस एक्सोसूट को पहनने के बाद जब व्यक्ति चलना शुरू करता है तो सूट के भीतर लगे उपकरण उसकी क्षमता का अनुमान लगाते हैं और उसके मुताबिक उसकी प्रतिक्रिया को नियंत्रित करने के निर्देश तैयार करते हैं। इससे बेहतर परिणाम मिलते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस सूट के स्वचालित ट्यूनिंग मैथेड के कारण यह स्वयं को व्यक्ति के अनुसार ढाल लेता है। इससे उस व्यक्ति की ऊर्जा कम खर्च होती है और वह ज्यादा कार्य कर पाता है। इस तरह लंबे समय तक कार्य करने के लिए यह सूट उसकी मदद करता है।

यहां पहना जाता है

इस मल्टी-ज्वाइंट सॉफ्ट एक्सोसूट को कपड़े से तैयार किया गया है। इसे हाथ और जांघ के अलावा पिंडलियों पर पहना जा सकता है। इसमें कमर के पास पहना जा सकने वाला एक मोबाइल एक्ट्यूएशन सिस्टम होता है। इसके जरिये मेकैनिकल फोर्स (यांत्रिक बल) तारों के माध्यम से प्रेषित होता है और वह टखनों औ हिप जोड़ों को चलाने में मदद करता है। इस वजह से मानव शरीर के सबसे ज्यादा थकने वाले अंग आराम महसूस करते हैं और ज्यादा कार्य करते हैं। यह एक तरह से साइकिल की तरह काम करता है। इस वजह से ऊर्जा की बचत होती है।

यह परिणाम आए सामने

हार्वर्ड से स्नातक कर रहे संगज ली कहते हैं, हमें इससे पहनने वाले के मैटाबॉलिक पैरामीटर (चयापचय मानक) के मूल्यांकन के लिए सात अध्ययन किए। इसमें सामने आया कि सूट पहनने से व्यक्ति की मैटाबॉलिक खपत पर असर पड़ा और उसकी अधिक ऊर्जा की बचत हुई। इस तरह व्यक्ति अधिक कार्य करने में सफल रहा।

यह है खासियत

अमेरिका स्थित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के डेविड पेरी कहते हैं, इसे पहनना बेहद आसान है और यह पूरी तरह से यूजर फ्रेंड्ली है। ये सभी प्रकार के शरीर यानी मोटे, पतले आदि पर पहना जा सकता है। इसे हमने बेहद हल्का बनाया है ताकि आसानी से पहना जा सके और पहनने वाले व्यक्ति को कोई परेशानी न हो। 


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