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कोरोना के इलाज में रेमडेसिविर ने दिए चमत्कारिक परिणाम, इबोला के पीड़ितों के लिए बनाई गई थी दवा

अमेरिका के टेक्सास प्रांत के ह्यूस्टन मेथॉडिस्ट हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं के मुताबिक दवा के क्लिनिकल ट्रायल के शुरुआती चरण में ही दवा कोरोना पीड़ितों को दी गई है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 20 Apr 2020 10:11 PM (IST)Updated: Mon, 20 Apr 2020 10:14 PM (IST)
कोरोना के इलाज में रेमडेसिविर ने दिए चमत्कारिक परिणाम, इबोला के पीड़ितों के लिए बनाई गई थी दवा
कोरोना के इलाज में रेमडेसिविर ने दिए चमत्कारिक परिणाम, इबोला के पीड़ितों के लिए बनाई गई थी दवा

ह्यूस्टन, प्रेट्र। कोविड-19 के इलाज में रेमडेसिविर नाम की दवा भी असरकारी साबित हो रही है लेकिन वैज्ञानिक इसके अभी और परीक्षण की जरूरत महसूस कर रहे हैं। शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि क्लिनिकल ट्रायल में मरीजों पर इस दवा का जल्द और अच्छा असर देखा गया है। साथ ही और परीक्षणों की आवश्यकता जताई है। रेमडेसिविर नाम की यह दवा एक दशक पहले इबोला वायरस पीड़ितों के इलाज के लिए बनाई गई थी।

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दवा के इस्तेमाल के नतीजे उत्साहजनक

अमेरिका के टेक्सास प्रांत के ह्यूस्टन मेथॉडिस्ट हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं के मुताबिक दवा के क्लिनिकल ट्रायल के शुरुआती चरण में ही दवा कोरोना पीड़ितों को दी गई है। इसके शुरुआती नतीजे उत्साहजनक रहे हैं। इस समय ये महत्वपूर्ण हैं। इस समय कोविड-19 से जल्द निपटना ही प्राथमिकता है। अस्पताल की संक्रामक रोगों के इलाज की विशेषज्ञ कैथरीन के पेरेज ने कहा है कि अभी समय महत्वपूर्ण है। ..और दवा के इस्तेमाल के नतीजे उत्साहजनक हैं। चीन ने भी माना है कि रेमडेसिविर दवा कोरोना वायरस का असर आगे बढ़ने से रोकने में सक्षम है। वह इसी फैमिली के वायरस सार्स को निष्कि्रय करने में भी सहायक है। कोरोना फैमिली के वायरस व्यक्ति की भीतर की कोशिकाओं को संक्रमित करने के बाद शरीर में उनका प्रतिरूप तैयार करना शुरू कर देते हैं, इसके चलते स्थिति गंभीर होती चली जाती है। इसी प्रकार से वायरस अपना प्रतिरूप भी तैयार करता जाता है। इसी तरह वह पीडि़त के श्वसन तंत्र में पहुंच जाता है और उसे अवरुद्ध कर देता है। ह्यूस्टन हॉस्पिटल वह पांचवीं जगह है जहां पर रेमडेसिविर दवा का परीक्षण किया जा रहा है। दवा के सभी जगह सकारात्मक असर दिखाने के संकेत हैं।

न्यू इंग्लैंड जर्नल में प्रकाशित शोध पत्र के मुताबिक कोविड-19 पीडि़त व्यक्ति को जब यूएस सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की सलाह पर रेमडेसिविर दवा दी गई तो 24 घंटे के भीतर मरीज में सुधार के लक्षण दिखाई देने लगे।


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