Move to Jagran APP

क्वाड की विदेश मंत्री स्तर की बैठक से ठीक पहले अमेरिका ने दिया यह बड़ा बयान, चीन को लग गई मिर्ची

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने भारत को नाजुक स्थिति झेल रहे सहयोगी की संज्ञा दी है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में वह अकेला देश है जो सभी तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले यह बयान आया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 18 Feb 2021 10:06 PM (IST)Updated: Thu, 18 Feb 2021 10:08 PM (IST)
क्वाड की विदेश मंत्री स्तर की बैठक से ठीक पहले अमेरिका ने दिया यह बड़ा बयान, चीन को लग गई मिर्ची
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने भारत को नाजुक स्थिति झेल रहे सहयोगी बताया है।

वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने भारत को नाजुक स्थिति झेल रहे सहयोगी की संज्ञा दी है। कहा है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में वह अकेला देश है जो सभी तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। गौर करने वाली बात यह है कि जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले यह बयान आया है। वहीं चीन का कहना है कि बीजिंग को उम्मीद है कि क्‍वाड देशों की बैठक में वैश्विक स्थिरता पर महत्वपूर्ण चर्चा होगी।

loksabha election banner

अमेरिकी रक्षा मंत्री बोले- क्वाड को देंगे मजबूती

पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने पत्रकारों से बातचीत में भारत को चुनौतियों का सामना कर रहा साथी बताया। कहा, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन क्वाड को मजबूत बनाने के पक्षधर हैं। अमेरिका और भारत के बीच बहुत महत्वपूर्ण रिश्ते हैं, खासतौर से दोनों देशों की सेनाओं के बीच। किर्बी ने कहा, अगर हम रक्षा मंत्री की प्राथमिकता के बारे में चर्चा करें तो कह सकते हैं कि वह भारत के साथ अमेरिका के संबंधों को और ज्यादा मजबूत बनाना चाहते हैं।

वैश्विक हालात पर होगी चर्चा

वहीं अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि विदेश मंत्री जॉन ब्लिंकेन भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों के साथ ताजा वैश्विक हालात पर चर्चा करेंगे। वे हिंद और प्रशांत महासागर में स्वतंत्र और अबाध आवागमन को बनाए रखने, सिर उठा रही चुनौतियों से निपटने और कोविड-19 महामारी का समन्वय बनाकर मुकाबला करने पर विचार करेंगे।

महत्वपूर्ण दौर में पहुंची रणनीतिक साझेदारी

हाल ही में मीडिया में आई खबरों के मुताबिक जापान क्वाड शिखर सम्मेलन आयोजित करने का इच्छुक है लेकिन अमेरिका ने इस तरह की बैठक जल्द होने की अभी पुष्टि नहीं की है। अमेरिकी पत्रिका न्यूजवीक के ताजा अंक में अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा है कि दोनों देशों की मजबूत होती रक्षा और रणनीतिक साझेदारी सहयोग के महत्वपूर्ण दौर में पहुंच चुकी है।

भारत और अमेरिका के संबंध मजबूत

संधू ने कहा कि यह भारत और अमेरिका के मजबूत संस्थागत सहयोग पर आधारित है जिसमें दोनों देशों के हित निहित हैं। यह न केवल एशिया के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि इसका महत्व दुनिया के लिए भी है। इसके चलते दोनों देशों में बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश होगा और बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होंगे।

चीन बोला- वैश्विक स्थिरता पर हो चर्चा

क्वाड की बैठक और भारत-अमेरिका के प्रगाढ़ होते रिश्तों पर चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिइंग ने कहा, बीजिंग को उम्मीद है कि बैठक में वैश्विक स्थिरता पर महत्वपूर्ण चर्चा होगी। मालूम हो कि क्वाड (क्वाड्रिलेट्रल सिक्युरिटी डायलॉग) में अमेरिका के साथ भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया हैं। हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए बना यह रणनीतिक गठजोड़ मुख्य रूप से चीन से निपटने के लिए बना है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.