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कोरोना के चलते संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में डिजिटल तरीके से हिस्सा लेंगे राष्ट्रपति ट्रंप

राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार कहा था कि कोरोना कुछ मामलों में अच्छा है क्योंकि वह घिनौने लोगों से उन्हें हाथ मिलाने से रोकता है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 07:40 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 07:40 PM (IST)
कोरोना के चलते संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में डिजिटल तरीके से हिस्सा लेंगे राष्ट्रपति ट्रंप
कोरोना के चलते संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में डिजिटल तरीके से हिस्सा लेंगे राष्ट्रपति ट्रंप

वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क नहीं जाएंगे। इसका मतलब यह हुआ कि वह डिजिटल तरीके से इसमें हिस्सा लेंगे। व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मिडोज ने यह जानकारी दी। कोरोना महामारी के बीच 15 सितंबर से संयुक्त राष्ट्र महासभा का वार्षिक सत्र शुरू हो गया है।

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75 वर्ष के इतिहास में पहला बार दुनिया के तमाम नेता डिजिटल माध्यम से मिलेंगे

विश्व संगठन के 75 वर्ष के इतिहास में यह पहला मौका है जब दुनिया के अधिकांश नेता डिजिटल माध्यम से एक-दूसरे से मिलेंगे। मिडोज ने गुरुवार को विस्कॉन्सिन में ट्रंप अभियान रैली के लिए जाने के दौरान 'एयर फोर्स वन' में संवाददाताओं से कहा, 'ट्रंप वैश्विक नेताओं की वाíषक सभा के लिए न्यूयॉर्क में नहीं होंगे। वह इसमें व्यक्तिगत तौर पर शामिल नहीं होंगे।'

ट्रंप 22 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा को करेंगे संबोधित

ट्रंप का 22 सितंबर को आम बहस के पहले दिन अपना संबोधन देने का कार्यक्रम है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने अभी अपने संबोधन का टेप नहीं सौंपा है।

एफबीआइ के निदेशक ने सांसदों को कहा- एंटीफा संगठन नहीं एक विचारधारा है

अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआइ) के निदेशक क्रिस रे ने गुरुवार को सांसदों को बताया कि एंटीफा एक विचारधारा है, कोई संगठन नहीं। उनके इस बयान से राष्ट्रपति ट्रंप के साथ रिश्ते और खराब होने की आशंका है, क्योंकि उन्होंने कहा था कि वह इसे आतंकी संगठन करार देंगे।

ट्रंप ने एफबीआई निदेशक को आड़े हाथ लिया, कहा- एफबीआई अराजक तत्वों और ठगों का गुट है

संसद में सुनवाई के कुछ घंटे बाद ट्रंप ने एफबीआई निदेशक को एंटीफा और चुनाव में रूसी हस्तक्षेप पर दिए गए उनके बयान के लिए ट्विटर के जरिये आड़े हाथ लिया। एंटीफा का संदर्भ देते हुए राष्ट्रपति ने लिखा, 'मैं उन्हें भलीभांति वित्तपोषित अराजक तत्वों और ठगों का गुट मानता हूं जो इसलिए सुरक्षित हैं क्योंकि कॉमी/म्यूलर से प्रेरित एफबीआइ यह पता लगाने में अक्षम है कि उन्हें वित्तीय मदद कहां से मिल रही है और वह उन्हें हत्या करने के बावजूद बचने दे रही है।'

जून में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हिंसा के लिए एंटीफा जिम्मेदार: ट्रंप

उल्लेखनीय है कि क्रिस रे तीन साल तक बचते रहने की कोशिशों के बाद अंतत: सुर्खियों में आ ही गए। इससे पहले उनके पूर्ववर्ती जेम्स कॉमी भी राजनीति में फंस गए थे और अंतत: उन्हें हटा दिया गया था। गौरतलब है कि फासीवादी विरोधियों (एंटी-फासिस्ट) को संक्षेप में एंटीफा कहते हैं। घोर वामपंथी समूहों के लिए भी इस शब्द का इस्तेमाल होता है। ट्रंप का मानना है कि जून में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हिंसा के लिए एंटीफा ही जिम्मेदार है।

पेंस की पूर्व सलाहकार ने बिडेन का किया समर्थन

अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस की पूर्व सलाहकार और व्हाइट हाउस में कोरोना वायरस टास्क फोर्स में जिम्मेदारी निभा चुकी ओलिविया ट्रोये ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार कहा था कि कोरोना कुछ मामलों में अच्छा है, क्योंकि वह घिनौने लोगों से उन्हें हाथ मिलाने से रोकता है। बता दें कि ट्रोये ट्रंप प्रशासन की हालिया सदस्य हैं जो राष्ट्रपति के खिलाफ सामने आई हैं और उन्होंने मतदाताओं से उन्हें दूसरा कार्यकाल नहीं देने की अपील की है। ट्रंप ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह ट्रोये को नहीं जानते हैं जो पेंस की आंतरिक सुरक्षा सलाहकार रह चुकी हैं।


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