राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा- जल्द ही मेरिट आधारित नए आव्रजन कानून पर करेंगे दस्तखत
उन्होंने कहा है कि इसमें कोई दोराय नहीं है कि हम संक्रमण को छिपाने और इसे दुनियाभर में फैलाने के लिए चीन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराते हैं।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वह जल्द ही एक बेहद सशक्त योग्यता आधारित नए आव्रजन कानून पर हस्ताक्षर करेंगे। प्रस्तावित कानून में उन लोगों का भी ख्याल रखा जाएगा, जिन्हें देश में अवैध रूप से तब लाया गया था, जब वे बच्चे थे। ऐसे प्रवासियों में अधिकांश भारतीय और दक्षिण एशियाई मूल के हैं। बता दें कि इसी साल नवंबर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हैं। ट्रंप लंबे समय से आव्रजन प्रणाली में बदलाव की मांग कर रहे हैं। फिलहाल चल रही आव्रजन प्रणाली योग्यता पर आधारित ना होकर पारिवारिक संबंधों पर निर्भर करती है। नई आव्रजन प्रणाली ट्रंप के हस्ताक्षर अभियान के प्रमुख मुद्दों में से भी एक है।
ट्रंप ने कहा- मेरिट आधारित आव्रजन कानून काफी सशक्त होगा
ट्रंप ने व्हाइट हाउस स्थित रोज गार्डन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हम एक आव्रजन कानून पर जल्द हस्ताक्षर करने वाले हैं। यह योग्यता (मेरिट) आधारित होगा, यह काफी सशक्त होगा।
प्रस्तावित कानून में डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड अराइवल्स का भी रखा जाएगा ध्यान
उन्होंने कहा, हम डीएसीए (डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड अराइवल्स) पर काम करने वाले हैं, क्योंकि हम लोगों को खुश होते देखना चाहते हैं। कंजरवेटिव रिपब्लिकन भी डीएसीए के साथ कुछ होते देखना चाहते हैं।'
राष्ट्रपति ने कहा- देश इस तरह की आव्रजन प्रणाली का 25-30 साल से इंतजार कर रहा
राष्ट्रपति ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'डेमोक्रेट के पास डीएसीए के साथ कुछ करने का तीन साल का समय था, लेकिन उन लोगों ने हमेशा निराश किया। उन्होंने इसका राजनीतिक इस्तेमाल किया। मैं इसका प्रयोग कुछ करने के लिए कर रहा हूं। हम एक बेहद शक्तिशाली आव्रजन कानून पर हस्ताक्षर करेंगे। यह बेहतरीन होगा। यह योग्यता पर आधारित होगा। देश इस तरह की आव्रजन प्रणाली का पिछले 25-30 साल से इंतजार कर रहा है।
चुनाव में जीत को लेकर आश्वस्त दिखे ट्रंप
ट्रंप नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त दिखे। ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा कि क्या आप कभी स्वयं को दौड़ में पराजित होते देखते हैं। क्या आप खुद को हारता हुआ देखते हैं। राष्ट्रपति ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमारे पास अच्छे चुनावी नंबर हैं। यह दमनकारी चुनाव नहीं है। यह वास्तविक चुनाव है। उधर, एक साक्षात्कार में ट्रंप उस समय भड़क उठे जब उनसे पूछा गया कि अभी भी पुलिस के हाथों अफ्रीकी समुदाय के अमेरिकी क्यों मारे जा रहे हैं। सीबीएस की कैथरीन हेरिज ने जब यह सवाल पूछा तो ट्रंप ने कहा कि कितना अजीब सवाल है। आखिर पुलिस के हाथों मारे गए गोरे लोगों की बात क्यों नहीं होती है।
चीन से बात करने की कोई योजना नहीं
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से बात नहीं की है और न ही उनकी ऐसा करने की कोई योजना है। ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'नहीं, मैंने उनसे बात नहीं की है। मेरी उनसे बात करने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कोरोनावायरस को चीन से बाहर फैलने से रोकने में उसकी नाकामी पर आक्रोश जताया।
ट्रंप ने कहा- कोरोना को दुनियाभर में फैलाने के लिए चीन पूरी तरह जिम्मेदार
उन्होंने कहा, 'इसमें कोई दोराय नहीं है कि हम संक्रमण को छिपाने और इसे दुनियाभर में फैलाने के लिए चीन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराते हैं। इसे रोका जा सकता था। उन्हें इसे रोकना चाहिए था। वह इस मुद्दे पर चीन का पक्ष लेने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर भी बरसे। ट्रंप ने कहा, 'वे वास्तव में चीन की कठपुतली थे। ट्रंप ने चीन पर नरम रख अपनाने के लिए अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति और नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी से उनके प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन की भी आलोचना की।
ट्रंप ने कहा- 25-30 वर्षो में चीन ने हमसे सबसे अधिक छीना है
उन्होंने कहा, 'मेरे प्रशासन ने चीन एवं यूरोप से आने वाले लोगों के प्रवेश पर बहुत जल्द प्रतिबंध लगाकर लोगों की जिंदगियां बचाई। मैं चाहता हूं कि हर कोई यह जान ले कि हम चीनी वायरस से लड़ने और अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए संघीय सरकार की सभी शक्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऑपरेशन वार्प स्पीड के जरिये हम रिकॉर्ड वक्त में टीका बना देंगे। राष्ट्रपति ने कहा, 'उन्होंने (बिडेन) कहा कि चीन को प्रतिद्वंद्वी मानना बिल्कुल अजीब बात है। यह सच में अजीब है। पिछले 25-30 वर्षो में चीन ने हमसे सबसे अधिक छीना है।