रंग लाई परिजन की पहल: अमेरिकी अश्वेत एलिजा मैकक्लेन की मौत की जांच होगी, सांसत में अमेरिकी पुलिस
अटॉर्नी जनरल फिल वेसर के कार्यालय की ओर से कहा गया कि इस जांच में यह देखा जाएगा कि क्या वाकई अरोरा अधिकारियों की ओर से संवैधानिक अधिकारों का अतिक्रमण किया गया।
डेनवर, एजेंसी। अमेरिका में अश्वेत एलिजा मैकक्लेन की मौत का मामला एक वर्ष बाद फिर सुर्खियों में है। करीब एक वर्ष पूर्व चोकहोल्ड के जरिए पुलिस ने मैकक्लेन की हत्या कर दी थी। मंगलवार को डेनवर पुलिस के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए। मैकक्लेन के माता-पिता ने पुलिस विभाग और पैरामेडिक्स पर मुकदमा दायर किया था। वह इस मामले की जांच की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अमेरिकी कानून प्रवर्तन में नस्लवाद और क्रूरता का कोई स्थान नहीं है। मैकक्लेन के माता-पिता का कहना है कि उनका बेटा एक रचनात्मक और शांतिपूर्ण व्यक्ति था। अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए वह वायलिन बजाता था। उनके परिवार ने कहा कि उन्होंने सर्दी के कारण मास्क पहना था।
उधर, इस जांच के आदेश के बाद कोलोराडो अटॉर्नी जनरल कार्यालय भी सक्रिय हो गया। अटॉर्नी जनरल फिल वेसर के कार्यालय की ओर से कहा गया कि इस जांच में यह देखा जाएगा कि क्या वाकई औरोरा अधिकारियों की ओर से संवैधानिक अधिकारों का अतिक्रमण किया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मैकक्लेन की मौत जांच से अलग है। कार्यालय की ओर से कहा गया कि सरकार ने इस जांच के आदेश जून में ही दिए थे। कार्यालय की ओर से कहा गया कि यह अरोरा पुलिस की कई जांचों में से हैं, जिन्होंने नस्लीय अन्याय और पुलिस की बर्बरता पर एक राष्ट्रीय प्रतिबन्ध के बीच नाराजगी जताई है।
बता दें जुलाई महीने में मैकक्लेन की मौत की तस्वीरें दिखाने वाले तीन पुलिस अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था। दरअसल, एलिजा की मौत पुलिस द्वारा अपनाई गई 'चोकहोल्ड' के कारण हुई थी। पिछले साल अगस्त माह में अश्वेत एलिजा को डेनवर सबअर्ब की सड़क पर पुलिस ने मास्क पहन संदिग्ध दिखने के कारण रोका था। निकाले गए अधिकारियों में से एक जैसन रोजेनब्लाट श्वेत पुलिस अधिकारी थे, जिन्होंने एलिजा को पिछले साल अगस्त में मास्क पहनने के कारण संदिग्ध दिखने को लेकर रोका था। पुलिस ने एलिजा के लिए चोकहोल्ड की नीति अपनाई थी, जिसके बाद दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई।
ये पूरा मामला पिछले साल के 24 अगस्त का है जब स्की मास्क पहने एलिजा को पुलिस ने संदेह के नजरों से देखते हुए रोका था। बॉडी कैमरा के फुटेज के अनुसार चोकहोल्ड के दौरान एलिजा पुलिस से अपनी जान की भीख मांग रहा था। वह उन्हें ऐसा करने से रोक रहा था। उसने कहा,'मुझे जाने दो, मैं इंट्रोवर्ट हूं। अपनी सीमाओं का सम्मान करो जो मैं कह रहा हूं।
बता दें कि जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका में पुलिसिंग व्यवस्था में सुधार की प्रक्रिया अपनाई गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा कि कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़ पुलिस की चोकहोल्ड व्यवस्था को खत्म कर देना चाहिए। चोकहोल्ड पुलिस द्वारा अपनाई जाने वाली एक रणनीति है। इसके तहत पुलिस अधिकारी किसी संदिग्ध की गर्दन दबाता है जिससे उसकी सांस घुट जाती है और तुरंत मौत हो जाती है।