ट्रंप और पेंटागन आमने-सामने, सेना में भर्ती के लिए ग्रीन कार्ड धारकों को मिलेगा प्रशिक्षण
वाशिंगटन पोस्ट अखबार के अनुसार, इस नीति के तहत ग्रीन कार्ड धारकों को अपनी पृष्ठभूमि की पूरी जानकारी देना जरूरी किया गया था। इसके अलावा उनकी बायोमीट्रिक जांच भी जरूरी थी।
वाशिंगटन, आइएएनएस। ट्रंप प्रशासन की एक सख्त नीति पर रोक लगाते हुए अमेरिका का रक्षा मंत्रालय पेंटागन हजारों ग्रीन कार्ड धारकों को सैन्य प्रशिक्षण देगा। ट्रंप प्रशासन ने अपनी नीति के तहत यह अनिवार्य कर दिया था कि सेना में भर्ती चाहने वाले ग्रीन कार्ड धारकों की पृष्ठभूमि की कड़ाई से जांच की जाए।
वाशिंगटन पोस्ट अखबार के अनुसार, इस नीति के तहत ग्रीन कार्ड धारकों को अपनी पृष्ठभूमि की पूरी जानकारी देना जरूरी किया गया था। इसके अलावा उनकी बायोमीट्रिक जांच भी जरूरी थी। इन बदलावों से हजारों लोगों का सेना में भर्ती होने का ख्वाब टूट गया था। नए आदेश के बाद पेंटागन की प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल कार्ला ग्लेसन ने कहा कि सेना में भर्ती के लिए प्रशिक्षण इस सप्ताह शुरू कर दिया जाएगा।
ट्रंप के आने के बाद प्रशिक्षण में गिरावट
पेंटागन की ओर से मुहैया कराए गए डाटा से पता चलता है कि जनवरी 2017 में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद ग्रीन कार्ड धारकों को सेना में भर्ती के लिए प्रशिक्षण दिए जाने में गिरावट दर्ज की गई।
प्रशिक्षण पाए ग्रीन कार्ड धारक
वर्ष | मरीन कोर | एयरफोर्स | आर्मी |
2016 | 1044 | 567 | 4600 |
2017 | 1169 | 590 | 3600 |
2018 | 808 | 44 | 513 |
सेना में ग्रीन कार्ड धारकों की मौजूदगी
-18 हजार ग्रीन कार्ड धारक ट्रंप प्रशासन के शुरू में तीनों सेनाओं में रहे
-पांच हजार ग्रीन कार्ड धारक नई नीति लागू होने से पहले हर साल सेना में भर्ती किए गए
क्या है ग्रीन कार्ड
ग्रीन कार्ड के मिलने से अमेरिका में स्थायी रूप से बसने और काम करने की अनुमति मिलती है।