साइबर सुरक्षा से जुड़ी इस व्यवस्था को खत्म करने जा रहा पेंटागन, डेमोक्रेट ने की आलोचना
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में हुए साइबर हमले के लिए रूस के बजाए चीन पर शक जताया है जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री एवं अन्य शीर्ष अधिकारियों ने इस हमले के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया है।
वाशिंगटन, एपी। पेंटागन ने उस व्यवस्था को समाप्त करने का प्रस्ताव रखा है, जिसमें एक ही सैन्य अधिकारी देश की दो मुख्य साइबर सुरक्षा संस्थाओं का नेतृत्व करता है। इसपर प्रस्ताव की एक वरिष्ठ डेमोक्रेट ने आलोचना करते हुए कहा है कि अमेरिका के सरकारी तंत्र पर बड़े स्तर पर साइबर हमले के बीच यह कदम चिंताजनक है।
हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के चेयरमैन एडम स्मिथ ने कार्यवाहक रक्षा मंत्री क्रिस्टोफर मिलर को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें अमेरिकी साइबर कमान को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी से अलग करने के पेंटागन के तरीके पर आपत्ति है। वर्तमान में दोनों एजेंसियों की अगुवाई सैन्य जनरल पॉल नाकासोने करते हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने शनिवार को पुष्टि करते हुए कहा कि पेंटागन की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और साइबर कमान को अलग करने की तैयारी है।
स्मिथ ने पत्र में लिखा है कि इस तरह की कार्रवाई का हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर रूप से प्रभाव पड़ सकता है, विशेष रूप से उस समय जब अमेरिका इस देश के इतिहास के सबसे खतरनाक साइबर हमले का सामना कर रहा है। वहीं, देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने सचेत किया है कि इससे सरकारी और निजी नेटवर्कों को गंभीर खतरा हो सकता है।
इससे पहले विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने शुक्रवार को कहा था कि साइबर हमले के पीछे साफतौर पर रूस का हाथ लगता है। वहीं निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को बिना किसी प्रमाण के कहा था कि साइबर हमले के पीछे रूस नहीं, चीन हो सकता है। ट्रंप ने ट्वीट किया, 'साइबर हैक वास्तविकता के बजाए फर्जी समाचार मीडिया में अधिक बड़ा है। मुझे पूरी जानकारी दी गई है और सब कुछ नियंत्रण में है।'
मिलर को लिखे अपने पत्र में स्मिथ ने कहा कि पेंटागन ने एनएसए को साइबर कमांड से अलग करने के लिए 2017 के रक्षा बिल द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा नहीं किया है। स्मिथ ने संयुक्त प्रमुखों के अध्यक्ष जनरल मार्क ए मिले को भी एक समान पत्र भेजा है। मिले के एक प्रवक्ता कर्नल डेव बटलर ने कहा कि दोनों संगठनों को विभाजित करने के लिए मिले ने प्रस्ताव की आधिकारिक तौर पर समीक्षा या समर्थन नहीं किया है।