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अफगान का भूतकाल उसका भविष्य नहीं हो सकता, भारत ने हिंसा रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का किया आह्वान

भारत की अध्यक्षता वाली इस बैठक में सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान की स्थिति पर विचार किया। वहां से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान ने अचानक अपने हमले बढ़ा दिए हैं जिससे भारी रक्तपात हो रहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 07 Aug 2021 01:14 AM (IST)Updated: Sat, 07 Aug 2021 01:14 AM (IST)
भारत ने सुरक्षा परिषद से हिंसा रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का किया आह्वान

संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। अफगानिस्तान का भूतकाल उसका भविष्य नहीं हो सकता। भारत ने शुक्रवार को क्षेत्र से आतंकियों की सुरक्षित पनाहगाहों को अविलंब खत्म किए जाने को जरूरी बताया। कहा कि आतंकियों की आपूर्ति व्यवस्था को खत्म किया जाना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि सुरक्षा परिषद अफगानिस्तान में चल रहे हिंसा के ताजा दौर को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए।

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अफगान पर सुरक्षा परिषद की बैठक: भारत ने कहा- अफगानिस्तान की स्थिति चिंताजनक

अफगानिस्तान पर आयोजित सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा, अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति पड़ोसी के रूप में हमारे लिए चिंता का विषय है। वहां जल्द लड़ाई खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे। भारत की अध्यक्षता वाली इस बैठक में सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान की स्थिति पर विचार किया। वहां से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान ने अचानक अपने हमले बढ़ा दिए हैं जिससे भारी रक्तपात हो रहा है।

त्रिमूर्ति ने कहा- अफगानिस्तान के भूतकाल को उसका भविष्य नहीं बनाया जा सकता

सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष की हैसियत से त्रिमूर्ति ने कहा, अंतरराष्ट्रीय समुदाय घड़ी की सुइयों को पीछे करने की कोशिश स्वीकार नहीं कर सकता। अफगानिस्तान के भूतकाल को उसका भविष्य नहीं बनाया जा सकता। सुनिश्चित करना होगा कि अफगानिस्तान के पड़ोसियों को भी आतंकी, अलगाववादी और अतिवादी धमका न सकें। इसलिए हर स्तर पर आतंकवाद को बिल्कुल भी बर्दाश्त न करने की नीति अपनाई जानी चाहिए। यह निश्चित करना होगा कि अफगानिस्तान की धरती से फिर से किसी देश पर हमला न हो। इसके लिए आतंकियों को मिलने वाली मदद पर रोक लगानी होगी।

तालिबान को पाकिस्तान से मिल रही हर मदद : अफगान राजदूत

इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि व राजदूत गुलाम इसाकजई ने कहा, तालिबान के लिए पाकिस्तान सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है। वहां से तालिबान को अफगानिस्तान में लड़ाई के लिए हर तरह की मदद और समर्थन मिल रहा है। उन्होंने सुरक्षा परिषद को वह रिपोर्ट और वीडियो दिखाए जिनमें तालिबान लड़ाके पाकिस्तान सीमा के पास एकत्रित होते दिखाई दे रहे हैं।

घायल तालिबान लड़ाकों का पाकिस्तान के अस्पतालों में हो रहा इलाज

पाकिस्तान में तालिबान के लिए धन उगाही के कार्यक्रम हो रहे हैं। लड़ाई के दौरान मारे गए तालिबान की लाशों को दफनाने के लिए पाकिस्तान ले जाया जा रहा है। घायल तालिबान लड़ाकों का पाकिस्तान के अस्पतालों में इलाज हो रहा है।


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