यदि आप ऑफिस में ज्यादा काम करते हैं तो हो जाइए सावधान, नहीं तो...
जर्नल हाइपरटेंशन में प्रकाशित इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने कनाडा के एक संस्थान में काम करने वाले 3500 लोगों को शामिल किया।
टोरंटो, प्रेट्र। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि जो लोग दफ्तरों में बहुत ज्यादा अपने काम पर व्यस्त रहते हैं, उन्हें हाई बीपी यानी उच्च रक्त चाप की शिकायत हो सकती है। ऐसे लोगों को हिडन बीपी होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है। हिडन बीपी में मरीज को बीपी की शिकायत तो रहती है, पर परीक्षण करने पर रिपोर्ट सामान्य ही रहती है। इस प्रकार के बीपी को सबसे ज्यादा घातक माना जाता है।
जर्नल हाइपरटेंशन में प्रकाशित इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने कनाडा के एक संस्थान में काम करने वाले 3500 लोगों को शामिल किया। कनाडा की लावल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अध्ययन के दौरान पाया कि जो लोग सप्ताह में 49 घंटे से ज्यादा काम कर रहे थे, उनमें हिडन हाइपरटेंशन का खतरा 36 घंटे काम करने वालों की तुलना में 70 फीसद ज्यादा देखा गया।
उन्होंने कहा, 'जो लोग सप्ताह में लगभग 50 घंटे काम करते हैं उनके ब्लड प्रेशर रीडिंग एलिवेटेड होने की संभावना 66 फीसद ज्यादा रहती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यदि हाइपरटेंशन के जोखिमों से बचना है तो हमें अपने दिनचर्या बदलनी होगी। काम के बीच में कुछ देर का अवकाश लेना भी फायदेमंद हो सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन आजकल बहुत ही आम होता जा रहा है. यह एक ऐसी स्थिति है जब नस की दीवारों पर रक्त का दबाव बढ़ जाता है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण कई हो सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर के पीछे वर्क प्रेशर, डेडलाइन, खराब लाइफस्टाइल और खाने की गलत आदतें हो सकती हैं। हाई बीपी का इलाज अगर समय रहते न कराया जाए, तो यह हृदय रोगों को बढ़ावा दे सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में डाइट से जुड़े चेंज भी आपकी मदद कर सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर, उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन तब विकसित होता है, जब रक्त धमनियों यानी नसों की दीवारों पर अधिक बल लगाता है, जिससे रक्तचाप का स्तर बढ़ जाता है, जो 140/90 mmHg की ऊपरी सीमा रेखा को पार कर जाता है।