कोरोना वायरस का अमेरिका में प्रकोप, दो महीनों में 39 मिलियन लोगों की गई नौकरी
पिछले दो महीनों में यहां पर कम से कम 39 मिलियन लोगों की नौकरी से निकाल दिया गया है। इस क्रम में 2.4 मिलियन से ज्यादा लोगों ने बेरोजगारी से मिलने वाले लाभ पाने के लिए आवेदन किया है
वॉशिंगटन, एपी। कोरोना वायरस से प्रकोप के चलते अमेरिका मे बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है, लोगों को अपने नौकरियों से छटनी का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना संकट से यूएस ही सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। पिछले दो महीनों में यहां पर कम से कम 39 मिलियन लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया है। इस क्रम में 2.4 मिलियन से ज्यादा लोगों ने बेरोजगारी से मिलने वाले लाभ पाने के लिए आवेदन किया है। देश में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगाया गया, जिसके चलते वहां की अर्थव्यवस्था ठप होती जा रही है।
गुरुवार को सरकार ने कहा कि राज्य में धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियां शुरू की जा रही हैं और लोग काम पर वापस आ रहे हैं। श्रम विभाग ने जारी किए आंकड़ों में बताया कि पिछले हफ्ते नौकरियों में छटनी का सामना कर रहे 2.4 मिलियन से ज्यादा लोगों ने बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन किया है। लगातार बढ़ती संख्या कम से कम 38.6 मिलियन लोगों की नौकरियां निगल चुका है। जॉब मार्केट तेजी से खत्म होता जा रहा है। पिछले सात हफ्तों में बेरोजगारी भत्ता भरनेवालों लोगों की संख्या कम हुई है, लेकिन इसके बाद भी बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन करने वालों की संख्या काफी है। यह संख्या इससे पहले किस भी प्रकार के संकट से 10 गुना ज्यादा है।
लगातार बढ़ते आवेदन से पचा चलता है कि चाहें सभी राज्यों में फिर से पिछले तीन हफ्तों में आर्थिक गतिविधियां फिर से शुरू की गई हो, लेकिन बेरोजगारी की समस्या अभी भी वहां पर बनी है। इसके साथ साथ ही कोरोना का प्रकोप अभी लगातार सभी बिजनेस और जॉब को खत्म कर रहा है।
पीएनसी फाइनेंशियल के मुख्य अर्थशास्त्री गूस फॉचर( Gus Faucher) ने बताया कि दावा किया जा रहा है कि बेरोजगारी भत्तों में कमी आई है, लेकिन श्रम मार्केट अभी काफी परेशानियों का सामना कर रही है फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल( Federal Reserve Chairman Jerome Powell) ने बताया कि मई और जून मई में यूएस में बेरोगारी 20 से 25 फीसद तक बढ़ सकती है, जो पिछले 90 वर्ष पूर्व देखी गई थी। उन्होंने बताया कि अप्रैल महीनें में बेरोजगारी 14.7 फीसद तक रही जो वर्ष 1930 के आंकड़ों से मिलते नहीं है।
बता दें कि इस वक्त वैश्विक तौर पर कोरोना वायरस के संक्रमितों का आंकड़ा 5 मिलियन हो गया है वहीं मरनवालों का आंकड़ा 333,000 हो गया है। सिर्फ अकेले अमेरिका में 93,000 से भी ज्यादा लोगों की मौत कोरोना से हुई है।