Nobel Peace Prize 2019: इथोपिया के पीएम अबी अहमद अली को शांति का नोबेल
इथोपिया के पीएम अबी अहमद अली (Abiy Ahmed Ali) को शांति का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। यह सम्मान उन्हें शांति कायम करने के लिए उल्लेखनीय योगदान को लेकर दिया गया है।
स्टॉकहोम, एएनआइ। इथोपिया के पीएम अबी अहमद अली (Abiy Ahmed Ali) को शांति का नोबेल पुरस्कार (Nobel Peace Prize) प्रदान किया गया। अबी अहमद अली को यह सम्मान शांति कायम करने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करने, खास तौर पर पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ सीमा विवाद सुलझाने की कोशिशों को लेकर दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अबी अहमद अली की निर्णायक भूमिका के कारण इरिट्रिया के साथ 20 साल (1998 से 2000 तक) तक चले युद्ध का खात्मा हुआ। नॉर्वेजियन नोबेल समिति के बयान में यह जानकारी दी गई है।
Nobel Prize statement: Nobel Peace Prize 2019 to be awarded to Ethiopian Prime Minister Abiy Ahmed Ali for efforts to achieve peace and international cooperation, and in particular for his decisive initiative to resolve the border conflict with neighbouring Eritrea. (file pic) pic.twitter.com/EUEz8KcP6w
— ANI (@ANI) October 11, 2019
बता दें कि नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले हर शख्स को करीब साढ़े चार करोड़ रुपए की रकम दी जाती है। पुरस्कार नकद रकम के अलावा 23 कैरेट सोने से बना 200 ग्राम का पदक और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। कल नोबेल पुरस्कारों की व्यवस्था संभालने वाली स्वीडिश एकेडमी ने साल 2018 और 2019 के लिए साहित्य का नोबेल जीतने वालों के नाम का एलान किया था। साल 2018 की नोबल पदक विजेता पोलैंड की लेखिका ओल्गा तोकाजरुक जबकि साल 2019 के विजेता ऑस्टिया के उपन्यासकार एवं पटकथा लेखक पीटर हैंडके रहे।
43 वर्षीय अबी अहमद अली (Abiy Ahmed Ali) ने अप्रैल 2018 में इथोपिया के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही साफ कर दिया था कि वह इरिट्रिया के साथ शांति वार्ता को आगे ले जाएंगे। इसके बाद उन्होंने इरिट्रिया के राष्ट्रपति इसैयस अफवर्की के साथ मिलकर शांति बहाली की कोशिशें की जिसके बाद इथोपिया और इरिट्रिया के बीच वर्षों से जारी सीमा विवाद का समाधान हुआ था। वे शांति के लिए नोबेल पुरस्कार पाने वाले 100वें व्यक्ति हैं। बता दें कि साल 1901 से 2018 तक कुल 99 शांति के नोबेल पुरस्कार दिए गए हैं। शांति के नोबेल पुरस्कार से 17 महिलाएं भी सम्मानित की जा चुकी हैं।
शांति के क्षेत्र में सबसे कम उम्र की नोबल पदक विजेता पाकिस्तान की मलाला युसुफजई (17) हैं जबकि ब्रिटेन के जोसेफ रोटब्लाट (87) सबसे उम्रदराज विजेता हैं। मलाला को शांति स्थापित करने की कोशिशों के लिए साल 2014 में यह पुरस्कार दिया गया था। अब तक दो भारतीय मदर टेरेसा और कैलाश सत्यार्थी भी शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। मदर टेरेसा को साल 1979 में जबकि 2014 में कैलाश सत्यार्थी को यह पुरस्कार प्रदान जा चुका है। बता दें कि नोबेल पुरस्कार वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दिया जाता है। उन्होंने डायनामाइट की खोज की थी।