नासा ने लांच किया साउंडिंग रॉकेट पैराशूट, मंगल पर रोवर की लैंडिंग के लिए होगा का परीक्षण
वैज्ञानिक पैराशूट का निरीक्षण करने के साथ उससे जुटाए गए डाटा का अध्ययन कर रहे हैं।
वाशिंगटन, आइएएनएस। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक सुपरसॉनिक पैराशूट का परीक्षण करने के लिए वर्जीनिया स्थित वालूप्स फ्लाइट फैसीलिटी से साउंडिंग रॉकेट लांच किया। इस पैराशूट का इस्तेमाल 2020 में मंगल ग्रह पर रोवर को उतारने के लिए किया जाना है। बता दें कि साउंडिंग रॉकेट उड़ान के दौरान निरीक्षण और डाटा जुटाने में सक्षम होता है।
रॉकेट के साथ लांच हुए एडवांस सुपरसॉनिक पैराशूट इन्फ्लेशन रिसर्च एक्सपेरिमेंट (एस्पायर) को नासा के जेट प्रोपल्शन लैब (जेपीएल) में तैयार किया गया था। नासा ने बताया कि इस सबऑर्बाइटल लांच (जब अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष की बाहरी सीमा को छू कर लौट आए) को मंगल की परिस्थितियों की नकल कर डिजाइन किया गया था। पृथ्वी पर लौटते हुए पैराशूट वालूप्स से करीब 28 मील दूर अटलांटिक महासागर में गिरा था। वैज्ञानिक पैराशूट का निरीक्षण करने के साथ उससे जुटाए गए डाटा का अध्ययन कर रहे हैं।
जेपीएल के इंजीनियर ने बताया कि यह मंगल ग्रह पर 2020 में भेजे जा रहे रोवर के डिजाइन की मजबूती का परीक्षण था। यह मिशन मंगल ग्रह के वातावरण के करीब जाने की कोशिश है। बता दें कि नासा 2020 के जुलाई या अगस्त में रोवर लांच कर सकती है। उस वक्त पृथ्वी और मंगल ऐसी स्थिति में होते हैं जो लाल ग्रह पर रोवर की लैंडिंग के लिए सही है। यह मिशन ग्रह पर जीवन की खोज का अगला कदम होगा। इसके तहत केवल रहने योग्य वातावरण नहीं बल्कि सूक्ष्मजीवों के पुरातन संसार के चिन्ह भी तलाश जाएंगे।