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पोंपियो बोले, चीन की आक्रामकता पर ट्रंप ही लगा सकते हैं लगाम, उपराष्ट्रपति ने भी नीतियों को सराहा

रिपब्लिकन पार्टी के शीर्ष नेताओं ने कोरोना से पहले अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने और चीन की आक्रामकता पर लगाम लगाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप की तारीफ की है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 06:22 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 06:22 PM (IST)
पोंपियो बोले, चीन की आक्रामकता पर ट्रंप ही लगा सकते हैं लगाम, उपराष्ट्रपति ने भी नीतियों को सराहा
पोंपियो बोले, चीन की आक्रामकता पर ट्रंप ही लगा सकते हैं लगाम, उपराष्ट्रपति ने भी नीतियों को सराहा

वाशिंगटन, एजेंसियां। रिपब्लिकन पार्टी के शीर्ष नेताओं ने कोरोना संक्रमण से पहले अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने और चीन की आक्रामकता पर लगाम लगाने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ की है। पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन को इजरायल से संबोधित करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा कि सिर्फ ट्रंप ही चीन की हिंसक आक्रामकता पर लगाम लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका के लोग देश की सुरक्षा और अपनी स्वतंत्रता कायम रखना चाहते हैं तो उन्हें ट्रंप को दोबारा चुनना चाहिए।

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ट्रंप को एक और मौका देना चाहिए

विदेश दौरे पर होने के बावजूद राजनीतिक भाषण देने को लेकर आलोचनाओं से बेपरवाह पोंपियो ने कहा कि वे निजी हैसियत से भाषण दे रहे हैं। सम्मेलन में उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि ट्रंप के पहले कार्यकाल में लाखों नौकरियां पैदा हुईं। अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए ट्रंप को एक और मौका देना चाहिए। ट्रंप के मुख्य आर्थिक सलाहकार लैरी कुडलो ने कहा कि ट्रंप ने देश को समृद्ध बनाया, लेकिन महामारी ने हमें घुटनों पर ला दिया। हम इसके खिलाफ लड़ रहे हैं।

ट्रंप का 'नो मिस्टर नाइस गाय' विज्ञापन

राष्ट्रपति ट्रंप ने वैश्विक श्रृंखला के एक जोरदार विज्ञापन से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की है। इसमें कहा गया है कि वह 'कोई नरम दिल इंसान' नहीं हैं, लेकिन ट्रंप कैंपेन ने रिपब्लिकन राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान ट्रंप का नरम पक्ष दिखाने की कोशिश की है। ट्रंप आमतौर पर सख्त मिजाज माने जाते हैं। सम्मेलन के दौरान कई वक्ताओं ने ऐसे संस्मरण सुनाए, जिनसे पता चलता है कि ट्रंप बेहद नरम दिल इंसान हैं। दरअसल, ट्रंप कैंपेन बुजुर्गो एवं उपनगरीय मतदाताओं का विश्वास जीतने की कोशिश कर रहा है, जो ट्रंप के उग्र बयानों के चलते उनसे छिटक गए हैं।

वक्ताओं की सूची से हटाया

यहूदी विरोधी संदेशों को रि-ट्वीट करने के बाद राष्ट्रीय सम्मेलन के वक्ताओं की सूची से मैरी एन मेंडोजा का नाम हटा दिया गया। हालांकि, विवाद के बाद मेंडोजा ने माफी मांग ली थी। मेंडोजा को अवैध आव्रजन के खिलाफ राष्ट्रपति ट्रंप की लड़ाई का महत्व बताना था। 2014 में अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे एक शख्स ने मेंडोजा के बेटे की हत्या कर दी थी।


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