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अमेरिकी चुनाव में उपराष्ट्रपति पद को लेकर माइक पेंस और कमला हैरिस ने एक-दूसरे को घेरा

दोनों नेताओं के बीच चीन से जुड़े मुद्दे पर जोरदार भिड़ंत देखने को मिली। पेंस ने कहा कि ओबामा-बिडेन के शासन में चीन से व्यापार घाटा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। दोनों ने आर्थिक मामलों में चीन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 08 Oct 2020 10:38 PM (IST)Updated: Thu, 08 Oct 2020 10:38 PM (IST)
अमेरिकी चुनाव में उपराष्ट्रपति पद को लेकर माइक पेंस और कमला हैरिस ने एक-दूसरे को घेरा
उपराष्ट्रपति पद को लेकर माइक पेंस और कमला हैरिस की पहली बहस।

 वाशिंगटन, प्रेट्र।  अमेरिकी चुनाव में उप राष्ट्रपति पद को लेकर बुधवार रात डेमोक्रेट प्रत्याशी कमला हैरिस और रिपब्लिकन प्रत्याशी माइक पेंस के बीच चीन, कोरोना, जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर जोरदार बहस देखने को मिली। हैरिस ने कोरोना से हुई दो लाख से ज्यादा मौतों का उल्लेख करते हुए इसे अमेरिकी इतिहास में ट्रंप प्रशासन की सबसे बड़ी असफलता करार दिया। हैरिस ने कहा कि ट्रंप दोबारा चुने जाने के कतई हकदार नहीं है। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति के कोरोनावायरस टास्क फोर्स का नेतृत्व करने वाले उपराष्ट्रपति माइक पेंस को भी घेरा। उटाह के साल्ट लेक सिटी में 90 मिनट तक दोनों नेताओं के बीच बहस चली। 

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हैरिस ने बुधवार रात को बहस की शुरुआत में कहा कि लोगों को वह जानकारी देने की जरूरत है, जो वे सुनना नहीं चाहते, लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए उन्हें यह सुनना होगा। हैरिस ने कहा, प्रशासन की अयोग्यता के कारण उन्हें बहुत कुछ बलिदान करना पड़ा। वहीं उपराष्ट्रपति माइक पेंस (61) ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के कदमों ने सैकड़ों-हजारों अमेरिकियों की जान बचाई। हैरिस ने संकट से निपटने की अपनी योजना के बारे में कहा कि जो बिडेन की जीत होने पर उनका प्रशासन संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाएगा, जांच करेगा, टीकाकरण करेगा और उसकी नि:शुल्क उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि यदि ट्रंप प्रशासन में कोरोना वायरस का ऐसा टीका आता है, जिसे विज्ञानी स्वीकार नहीं करते हैं, तो वह उस टीके को स्वीकार नहीं करेंगी। हालांकि डॉ. एंथनी फॉकी जैसे शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार टीके का समर्थन करते हैं, तो वह टीके का समर्थन करेंगी।

चीन पर जोरदार भिड़ंत दिखी

दोनों नेताओं के बीच चीन से जुड़े मुद्दे पर जोरदार भिड़ंत देखने को मिली। पेंस ने कहा कि ओबामा-बिडेन के शासन में चीन से व्यापार घाटा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। दोनों ने आर्थिक मामलों में चीन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। बिडेन दोबारा चुनाव जीते तो फिर यही करेंगे। हैरिस ने कहा कि ट्रंप प्रशासन के तहत अमेरिका चीन के साथ व्यापार युद्ध हार गया। इस पर पेंस ने सवाल दागा कि डेमोक्रेट बिडेन तो कभी चीन से लड़े ही नहीं। 

हैरिस ने मां को याद किया

हैरिस ने कहा कि जब उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने का प्रस्ताव मिला तो वह उनके जीवन का सबसे यादगार पल था। उन्होंने चेन्नई में पैदा हुईं अपनी मां श्यामला गोपालन का जिक्र करते हुए कहा, 'मुझे मेरी मां की याद आई जो 19 साल की आयु में अमेरिका आई थीं।' हैरिस की मां का वर्ष 2009 में निधन हो गया था। उन्होंने कहा कि आज उनकी मां होती तो बेहद गौरवान्वित होतीं। 

कोरोना को लेकर चीन को जवाबदेह ठहराएंगे: पेंस

पेंस ने कहा कि हम चीन के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के लिए अमेरिका को नुकसान पहुंचाने को लेकर चीन को जवाबदेह ठहराएगा। चीन की गलतियों के कारण महामारी ने बड़े वैश्विक संकट का रूप लिया। 

हैरिस बोलीं, दोबारा जलवायु परिवर्तन समझौते से जुड़ेंगे

हैरिस ने कहा कि बिडेन प्रशासन जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते में शामिल होगा, जबकि ट्रंप प्रशासन विज्ञान में भरोसा ही नहीं करता। इस पर पेंस कहा कि जलवायु परिवर्तन हो रहा है और उनकी सरकार विज्ञान का अनुसरण करेगी। 

बिडेन के साथ नहीं करूंगा वर्चुअल डिबेट: ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के साथ किसी नए प्रारूप के तहत बहस से इन्कार कर दिया है। फॉक्स न्यूज को फोन पर दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि वर्चुअल डिबेट की जो बात कही जा रही है, वह मुझे स्वीकार नहीं है। उन्होंने इसे समय की बर्बादी बताया है। इससे पहले डिबेट कमीशन ने दोनों नेताओं के बीच 15 अक्टूबर को मियामी में होने वाली बहस को वर्चुअल तरीके से कराने की घोषणा की थी। बता दें कि प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन ने मंगलवार को कहा था कि अगर राष्ट्रपति ट्रंप अभी भी कोरोना संक्रमित हैं तो वह डिबेट में हिस्सा नहीं लेंगे।


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