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हैकिंग की आशंकाओं को लेकर माइक्रोसाफ्ट ने जारी की चेतावनी, कहा- चीन, ईरान, तुर्की और उत्तर कोरिया के हैकर्स से रहें सावधान

माइक्रोसाफ्ट कारपोरेशन ने पूरे विश्व की तकनीकी फर्मों को हैकर्स से सावधान रहने के लिए कहा है। उन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि चीन ईरान उत्तर कोरिया और तुर्की की सरकारों से जुड़े हैकर्स एक खास साफ्टवेयर में मौजूद खामी का फायदा उठाने की तैयारी कर रहे हैं।

By Amit SinghEdited By: Published: Thu, 16 Dec 2021 12:56 PM (IST)Updated: Thu, 16 Dec 2021 12:56 PM (IST)
हैकिंग की आशंकाओं को लेकर माइक्रोसाफ्ट ने जारी की चेतावनी, कहा- चीन, ईरान, तुर्की और उत्तर कोरिया के हैकर्स से रहें सावधान
हैकिंग की आशंकाओं को लेकर माइक्रोसाफ्ट ने जारी की चेतावनी

वाशिंगटन, एएनआई: टेक दिग्गज अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसाफ्ट कारपोरेशन ने पूरे विश्व की बड़ी तकनीकी फर्मों को हैकर्स से सावधान रहने के लिए कहा है। उन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि चीन, ईरान, उत्तर कोरिया और तुर्की की सरकारों से जुड़े हैकर्स एक खास साफ्टवेयर में मौजूद खामी का फायदा उठाने की तैयारी कर रहे हैं। इस साफ्टवेयर का इस्तेमाल विश्व में बड़ी तकनीकी फर्मों द्वारा किया जाता है।

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टारगेट को लेकर साफ नहीं तस्वीर

समाचार एजेंसी एएनआई ने माइक्रोसाफ्ट के हवाले से बताया है कि विदेशी हैकर्स लगातार नए प्रयोग कर रहे हैं। जिससे मौजूदा हैकिंग टूल में नवीनीकरण किया जा सके और टारगेट के खिलाफ तय किए गए उद्देश्यों को हासिल में मदद मिल सके। हालांकि टेक दिग्गज माइक्रोसाफ्ट ने अभी तक यह साफ नहीं किया है कि हैकर्स विश्व की किन कंपनियों को निशाना बनाने की तैयारी कर रहे हैं।

साफ्टवेयर अपडेट करने की नसीहत

यूएस साइबर सिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी (CISA) ने कहा है कि मौजूदा खामी वैश्विक स्तर पर करोड़ों उपकरणों को प्रभावित कर सकती है। सभी संघीय नागरिक संगठनों को CISA द्वारा मौजूदा खतरे को ध्यान में रखते हुए अपने साफ़्टवेयर को अपडेट करने का आदेश दिया गया है। साथ ही माइक्रोसाफ्ट और अन्य सुरक्षा फर्मों ने बताया है कि विविधता का इस्तेमाल करने वाले ईरानी हैकर्स द्वारा रैंसमवेयर के इस्तेमाल का पुराना इतिहास रहा है।

चीन से सबसे ज्यादा खतरा

साइबर सुरक्षा फर्म मैंडिएंट में खुफिया विश्लेषण के उपाध्यक्ष जान हल्टक्विस्ट ने बताया कि हमने चीनी और ईरानी हैकर्स को विविधता का फायदा उठाते हुए देखा है। जिसके चलते हमें आशंका है कि, विश्व के अन्य हिस्सों में बैठे हैकर्स भी ऐसा ही करने की तैयारी कर रहे हैं।

आखिर क्या है हैकिंग और हैकर्स

अगर सीधे तौर पर बात करें, तो हैकिंग का मतलब होता है आपके कम्प्यूटर सिस्टम से कमजोरी को खोज निकालना और फिर उसी का फायदा उठा कर उस सिस्टम के मालिक को ब्लैकमेल करना। कम्प्यूटर को हैक करके उसका डाटा चुराने की तकनीक को हैकिंग कहते हैं और इस काम को करने वाले को हैकर कहते हैं। हैकर को कम्प्यूटर से जुड़ी तमाम जानकारियां होती है, वो उनकी मदद से ही दूसरे का सिस्टम हैक करता है।


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