अमेरिका के विस्कांसिन प्रांत में प्राइमरी चुनाव में उमड़े मतदाता, एब्सेंटी बैलट नदारद
कोरोना वायरस से जंग के बीच अमेरिका की राजनीति में कोई रुकावट नहीं आई। विस्कांसिन में बड़ी संख्या में पोलिंग स्टेशन के बाहर लोग लाइन में खड़े दिखे।
मेडिसन, एपी। एक ओर अमेरिका में कोराना वायरस के कारण हाहाकार मचा है वहीं दूसरी ओर यहां की राजनीति अपनी राह पर आगे बढ़ रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह ताक पर रखते हुए मंगलवार को अमेरिकी प्रांत विस्कांसिन में रिपब्लिकन पार्टी ने राष्ट्रपति प्रत्याशी के लिए प्राइमरी चुनाव कराया। विस्कांसिन चुनाव परिणाम अगले सोमवार तक रिलीज नहीं होगा। विस्कांसिन के कुछ नागरिकों का कहना है कि एब्सेंटी बैलट का आग्रह किया था लेकिन उन्हें नहीं मिला। इसके कारण वे अपने स्वास्थ्य को खतरे में डालकर ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने को मजबूर थे।
एब्सेंटी बैलट नदारद
चुनाव के लिए बड़ी संख्या में लोग मतदाता केंद्रों पर लाइन में खड़े देखे गए। वहीं एब्सेंटी बैलट नहीं होने की शिकायत भी कई लोगों ने की। विस्कांसिन में कोरोना वायरस से संक्रमण के 2500 मामले सामने आए हैं वहीं संक्रमित 92 मरीजों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा 49 मौतें प्रांत के सबसे बड़े शहर मिलवाकी में हुई हैं।
जानें क्या होता है एब्सेंटी बैलट
बता दें कि एब्सेंटी बैलट वैसे मतपत्र हैं जो उन वोटरों को दिए जाते हैं, जो किसी कारणवश निर्धारित मतदान केंद्रों पर नहीं पहुंच सकते हैं।
अनुरोध के बावजूद नहीं मिला मतपत्र
गर्भवती और कोरोना संक्रमित 34 वर्षीय हन्ना ग्लीसन ने बताया कि उन्होंने एब्सेंटी बैलेट का अनुरोध पिछले सप्ताह किया था, लेकिन मंगलवार तक उन्हें यह मतपत्र नहीं मिला। उन्होंने कहा, यह वास्तव में अनुचित, अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। मताधिकार को दबाने का यह सबसे अच्छा तरीका है।
मिलवाकी के 180 मतदान केंद्र में मात्र पांच वोट
मिलवाकी के 180 मतदान केंद्रों में से सिर्फ पांच में वोट डाले गए, जिसके चलते मतदान केंद्रों के बाहर लंबी लाइनें लगी रहीं। माना जा रहा है कि अश्वेत मतदाताओं के बाहुल्य वाले इस प्रांत में अगर इस समुदाय की वोटिंग कम हुई तो रिपब्लिकन को लाभ होगा। बता दें कि इस साल के नवंबर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का आयोजन होना है।