रुचि के मुताबिक बच्चों के लिए करें स्टोरीबुक का चुनाव, ज्यादा देर तक पढ़ने में किया जा सकता है प्रेरित
फ्रंटियर्स इन साइकोलॉजी में प्रकाशित इस अध्ययन के परिणाम माता-पिता और शिक्षकों को पढ़ने में बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए सबसे आकर्षक किताबें चुनने में मदद कर सकते हैं।
वाशिंगटन, एएनआइ। आपने देखा होगा कि बच्चे बार-बार सवाल पूछते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है और कैसे हो रहा है। इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह सामान्य प्रक्रिया है। जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं, वे आसपास की चीजों के बारे में जानना चाहते हैं और अपनी इस जिज्ञासा को शांत करने में लगे रहते हैं। ऐसे बच्चे स्टोरीबुक्स को पसंद करते हैं क्योंकि इसमें सिर्फ पढ़ाई पर जोर देने की जगह कहानी के माध्यम से बच्चों को जानकारी मिलती है।
हाल ही में हुए एक अध्ययन में इस बात की पुष्टि हुई है। शोधकर्ता बच्चों की रुचि के बारे में जानने में तो सफल रहे, लेकिन यह नहीं पता कर सके कि वास्तविक दुनिया की गतिविधियों जैसे पढ़ाई के समय में यह इनकी वरीयता को किस प्रकार प्रभावित करता है।
ज्यादा देर तक पढ़ने में किया जाता है प्रेरित
फ्रंटियर्स इन साइकोलॉजी में प्रकाशित इस अध्ययन के परिणाम माता-पिता और शिक्षकों को पढ़ने में बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए सबसे आकर्षक किताबें चुनने में मदद कर सकते हैं। इसके जरिये न सिर्फ बच्चों को ज्यादा देर तक पढ़ने के लिए प्रेरित किया जा सकता है, बल्कि भाषा कौशल भी बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
टेनेसी स्थित वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी, के मार्गरेट शावलिक ने कहा, बच्चों की रुचि के बारे में जानने के लिए बहुत सारे शोध किए गए हैं, लेकिन ये अध्ययन प्रयोगशालाओं में होते हैं जिनमें कई तरह की प्रक्रियाएं अपनाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि हम यह जानना चाहते थे कि यह शुरुआती रुचि कैसे छोटे बच्चों की रोजमर्रा की गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है।
तीन-चार साल की उम्र के बच्चों पर किया गया अध्ययन
शावलिक ने कहा कि बच्चों को किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करने वाले कारकों को खोजना जरूरी है ताकि उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके। माता-पिता या शिक्षकों के लिए बच्चों की पसंद के मुताबिक किताबों को चुन पाना काफी मुश्किल काम है। इसी को देखते हुए शावलिक और उनके सहयोगियों ने यह जानना चाहा कि बच्चे जानकारी वाली पुस्तकों को क्यों पसंद करते हैं। इसे जानने के लिए टेक्सास के तीन-चार साल की उम्र के 48 बच्चों पर अध्ययन किया गया। अध्ययन में शामिल एक शख्स को बच्चों के लिए दो अलग-अलग स्टोरीबुक्स दी गईं और उन्हें बच्चों के बीच पढ़ने के लिए कहा गया। पहली किताब में यह जानकारी दी गई थी कि जानवर किस तरह का व्यवहार करते हैं और देखते हैं और उसके फोटो भी बड़े-बड़े थे। दूसरी किताब में सिर्फ जानवरों के बारे में छोटी मोटी जानकारी दी गई थी और फोटो का आकार भी कम था।
बाद में बच्चों से जब यह पूछा गया कि उन्हें कौन सी किताब पसंद आई तो उन्होंने पहली पुस्तक की तरफ इशारा किया। इससे पता चलता है कि बच्चे न सिर्फ पूरी जानकारी चाहते हैं बल्कि फोटो भी इसमें काफी अहम भूमिका निभाते हैं।
शावलिक का कहना है कि अगर बच्चों को उनकी पसंद की पुस्तकों के साथ पढ़ाया जाए तो वह अपना ज्यादा वक्त पढ़ाई में देंगे। इसलिए यह जरूरी है किताब का चयन करते वक्त बच्चों की रुचि का खयाल रखा जाए।