जानिए, डॉक्टरों ने कोरोना वायरस से लड़ने के बारे में अब तक क्या सीखा
वैश्विक स्तर पर 1 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और लगभग 5 लाख लोगों की जान जा चुकी है।
वॉशिंगटन, रॉयटर। चीन के वुहान से निकला कोरोना वायरस (Coronavirus) छह महीने में दुनिया भर में फैल गया है। जानलेवा वायरस की वजह से वैश्विक स्तर पर 1 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और लगभग 5 लाख लोगों की जान जा चुकी है। दुनियाभर के देश वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। वहीं, अस्पतालों में कोरोना वायरस के रोगियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने भी बहुत कुछ सीखा है, जिससे लोगों को घातक बिमारी से बचाने में मदद मिल रही है।
कोरोना वायरस से लड़ने के बारे में डॉक्टरों को क्या पता चला:
- कोरोना से संक्रमित मरीजों में खुन के थक्कों का खतरा बढ़ जाता है, जिससे फेफड़ों के ब्लॉक होने का खतरा रहता है। इस दौरान खून को पतला करने वाले एजेंट मददगार साबिक हो सकते हैं।
- वायरस से संक्रमित मरीजों के फेफड़ों पर पड़ने वाले दबाव को कम करने के लिए उसे पेट के बल लिटाने से मदद मिलती है। इससे यांत्रिक वेंटिलेशन की आवश्यकता को कम किया जा सकता है।
- डॉक्टरों को पता लगा कि कोरोना वायरस रेस्पिरेटरी सिस्टम और फेफड़ों के अलावा हार्ट, लीवर, किडनी और ब्रेन सहित शरीर के कई अन्य अंगों पर भी हमला कर सकता है।
- कोरोना वायरस के उपचार के लिए एंटी-वायरल ड्रग रेमडेसिवीर और डेक्सामेथासोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा ठीक हो चुके मरीजों के प्लाज्मा से मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
- कोरोना वायरस का अधिक टेस्ट और तेज परिणाम अस्पतालों पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद करते है।
- दुनिया भर में स्वास्थ्य पेशेवरों के बीच जानकारी साझा करने में वायरस से लड़ने में मदद मिलती है।
- कोरोना वायरस की रोकथाम सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए डॉक्टर लोगों को मास्क और सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं
ऐसी कई बाते हैं जिनके बारे डॉक्टरों को कुछ नहीं पता:
- यह करना मुश्किल है कि कौन सा उपचार किन रोगियों के लिए कारगर साबित होगा।
- ये किसी को नहीं पता की कोरोना के इलाज में कारगर मानी जाने वाली एंटी-वायरल ड्रग रेमडेसिवीर का बड़ी संख्या में वितरण कब किया जाएगा।
- कोरोना वायरस के रोगियों को ठीक होने में कितना समय लगेगा।
- कोरोना संक्रमण का दीर्घकालिक प्रभाव क्या पड़ेगा।
न्यू मैक्सिको के गैलप में रिहोबोथ मैककिनले क्रिश्चियन हेल्थ केयर सर्विसेज में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, वेलरी वैंग्लर कह कहना है कि हमने जो सबसे अच्छा सबक सीखा है, वह है मरीजों को उनकी पीठ के बजाय उनके पेट के बल लिटाना।