तीखी लाल मिर्च से लंबे जीवन की मिलेगी राह, भोजन में करें शामिल: शोध
70 हजार लोगों पर किए गए एक अध्ययन से यह निष्कर्ष निकाला गया कि लंबी आयु के लिए लाल मिर्च की भूमिका अहम है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा किए गए शोध के अनुसार यह पता चला है कि भोजन में लाल मिर्च की मौजूदगी अच्छी सेहत के लिए महत्वपूर्ण है।
वाशिंगटन, एएनआइ। तीखी-तीखी लाल मिर्च को खाने से सेहत को तंदुरुस्ती मिलती है। यह बात एक शोध में सामने आई है। यदि किसी को लंबे समय तक जीना है तो उसे अपने नियमित खानपान में लाल मिर्च को शामिल करना चाहिए। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) द्वारा किए गए शोध का जिक्र करते हुए फॉक्स न्यूज ने बताया कि एएचए ने अपनी पहली शोध रिपोर्ट सोमवार को एक वर्चुअल कांफ्रेंस (साइंटिफिक सेशंस 2020) में पेश की।
कई गुणों वाला है लाल मिर्च
बता दें कि मिर्च खाना पकाने में उपयोग की जाने वाली सबसे आम सामग्रियों में से एक है। लाल मिर्च में कई तरह के गुण होते हैं जो दूसरे मसालों की तुलना में काफी फायदेमंद होते हैं। तीखा होने के बावजूद यह सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाती है। अगर लोग अपने आहार में लाल मिर्च का नियमित रूप से प्रयोग करते हैं तो उनकी आयु लंबी हो सकती है, क्योंकि इसका बीज ना केवल एंटी इंफ्लेमेटरी (सूजन खत्म करने वाले) होता है बल्कि एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी कैंसर भी होता है। इसके बीज में ब्लड ग्लूकोज को भी कम करने के गुण होते हैं। इतना ही नहीं अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, मिर्च के ये गुण किसी व्यक्ति के दिल की बीमारी और कैंसर से मरने के जोखिम को भी कम करते हैं।
70 हजार लोगों पर हुआ यह अध्ययन
अध्ययन में अमेरिका, इटली, चीन और ईरान के पांच लाख सत्तर हजार लोगों को शामिल किया गया। शोध से यह पता चला कि जिन लोगों ने नियमित रूप से मिर्च का सेवन किया, उनमें दिल की बीमारी से मरने की दर जहां 26 फीसद कम थी, वहीं कैंसर से मरने की दर 23 फीसद कम थी। किसी भी तरह की मृत्यु दर की बात करें तो उसमें 25 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। दरअसल, पूर्व में किए गए शोध से यह तो पता चला था कि जो लोग मिर्च का सेवन करते हैं, उन्हें दिल की बीमारी और कैंसर होने का खतरा कम होता है, लेकिन उस समय यह पता नहीं चल सका था कि मिर्च का प्रयोग लंबी आयु में भी योगदान दे सकता है। शोध के वरिष्ठ लेखक बो झू ने बताया कि यह प्रारंभिक अध्ययन है और इसकी पुष्टि के लिए और रिसर्च किए जाने की आवश्यकता है।