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जानें- आखिर क्‍या है बाइडन का अमेरिकन रेस्‍क्‍यू प्‍लान, कहां पर कितना होगा खर्च

अमेरिका कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित रहा है। ऐसे में वहां के नवनिर्वाचित राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकन रेस्‍क्‍यू प्‍लान की घोषणा की है। इसमें लोगों को राहत देने के अलावा वैक्‍सीन पर होने वाला खर्च भी शामिल है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 17 Jan 2021 04:29 PM (IST)Updated: Sun, 17 Jan 2021 04:29 PM (IST)
बाइडन का महामारी से बचाव का अमेरिकन रेस्‍क्‍यू प्‍लान

वाशिंगटन (रॉयटर्स)। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्‍ट्रपति जो बाइडन के शपथ लेने के दिन अब कम ही बचे हैं। इससे पहले ही उन्‍होंने अपना अमेरिकन रेस्‍क्‍यू प्‍लान देश और दुनिया के सामने रख दिया है। उन्‍होंने इसको अपनी और अपने कैबिनेट की सबसे बड़ी प्राथमिकता भी बताया है। इस रेस्‍क्‍यू प्‍लान के तहत पहले सौ दिनों में दस करोड़ लोगों को कोविड-19 वैक्‍सीन की खुराक देने का लक्ष्‍य रखा गया है। उनका ये भी कहा है कि आने वाले समय में देश के शैक्षणिक संस्‍थानों को खोलने की दिशा में उनका ये कदम काफी अहम है। ये अमेरिकन रेस्‍क्‍यू प्‍लान का ही एक हिस्‍सा भी है।

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उन्‍होंने ये भी कहा है कि दूसरे चरण में स्वास्थ्य सेवाओं को महामारी से निपटने और लोगों की मदद करने योग्‍य बनाना भी उनकी योजना का हिस्‍सा है। इसके लिए तेजी से और प्राथमिकता के आधार पर काम करना होगा। उन्‍होंने इस काम में सभी देशवासियों का सहयोग भी मांगा है। हालांकि उन्‍होंने ये भी कहा है कि उनकी इस योजना पर अमल करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।

आपको बता दें कि अमेरिका कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। यहां पर इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा तो ज्‍यादा है ही साथ ही इसकी वजह से बेरोजगार होने वाले लोगों का भी आंकड़ा काफी अधिक है।अमेरिकी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक इस सप्ताह बेरोजगारी भत्ता मांगने वालों की संख्या में 965,000 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 

ऐसे में उन्‍होंने इन लोगों आर्थिक मदद देने के नाम पर 1400 डॉलर देने का भी प्रस्‍ताव रखा है। उनका कहना है कि ये राशि पहले दिए गए 600 डॉलर से अलग होंगे। उन्‍होंने ये भी कहा है कि अमेरिका में न्‍यूनतम मजदूरी अब 15 डॉलर प्रति घंटा होगी। इसके अलावा उन लोगों को जिनके बच्‍चे हैं, टैक्‍स में छूट भी बढ़ा दी जाएगी। उनके मुताबिक महिलाओं के लिए काम करना पहले से अधिक आसान होगा और उनके इन प्रयासों से देश को आर्थिकतौर पर मजबूती भी मिलेगी।

जहां तक बाइडन की योजना का सवाल है तो इसमें 400 अरब डॉलर की रकम सीधे इस महामारी से लड़ने में खर्च होगी। 20 अरब डॉलर की रकम केवल टीकाकरण पर ही खर्च होगी। इसमें भी आठ अरब डॉलर की रकम को पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है।

बाइडन को इन घोषणाओं के बाद सदन से इन प्रस्‍तावों पर मुहर लगवानी होगी। संसद के निचले सदन की स्पीकर नैन्सी पेलोसी के अलावा सीनेट में डेमोक्रैटिक नेता चक शुमर ने उनके इस प्रस्‍ताव का समर्थन किया है। गौरतलब है कि बाइडन की पार्टी को दोनों ही सदन में मामूली बढ़त मिली हुई है। ऐसे में उनके लिए राहें कुछ मुश्किल हो सकती हैं।

रिपब्लिकन पार्टी भी इसके लिए पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रही है। रिपब्लिकन सीनेटर जॉन कॉर्निन का कहना है कि महज 18 दिन पहने ही 900 अरब डॉलर के राहत बिल को अंतिम मंजूरी दी गई थी। वहीं बाइडन का कहना है कि ये वक्‍त बर्बाद करने के लिए नहीं बल्कि काम करने के लिए है। हालांकि कहा जा रहा है कि बाइडन के उपायों पर खर्च करने के लिए पैसा कर्ज के तौर पर लिया जाएगा। महामारी के चलते पहले ही अमेरिका हजारों अरब डॉलर का कर्ज ले चुका है।


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