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अमेरिका में चीन के जासूस ने जुर्म कुबूला, फर्जी कंसल्टिंग साइट के जरिए अमेरिकियों को था फंसाता

अमेरिका में सिंगापुर के एक नागरिक ने चीन के लिए जासूसी करने का जुर्म स्वीकार कर लिया है। उसने अवैध एजेंट होने के जुर्म को स्वीकार करने वाली अर्जी दाखिल की है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 06:03 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2020 06:10 PM (IST)
अमेरिका में चीन के जासूस ने जुर्म कुबूला, फर्जी कंसल्टिंग साइट के जरिए अमेरिकियों को था फंसाता

वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिका में सिंगापुर के एक नागरिक ने चीन के लिए जासूसी करने का जुर्म स्वीकार कर लिया है। न्याय विभाग के मुताबिक जुन वेई येओ उर्फ डिक्सन येओ के नाम वाले इस व्यक्ति ने अमेरिका के भीतर विदेशी ताकत का अवैध एजेंट होने के जुर्म को स्वीकार करने वाली अर्जी दाखिल की। न्याय विभाग की राष्ट्रीय सुरक्षा इकाई के लिए अमेरिका के सहायक अटॉर्नी जनरल जॉन सी डेमर्स ने कहा कि चीन सरकार ऐसे अमेरिकियों से संवेदनशील जानकारी जुटाने का षड्यंत्र करती हैं, जिन पर किसी तरह का संदेह नहीं होता।

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डेमर्स ने कहा, 'येओ भी ऐसी ही एक योजना के केंद्र में था और करियर नेटवर्किग साइट और फर्जी कंसल्टिंग साइट के जरिये ऐसे अमेरिकी नागरिकों को फंसाता था जो चीन की सरकार के काम आ सकते हों। यह अमेरिकी समाज के खुलेपन का फायदा उठाने के चीन की सरकार के उत्पीड़न का एक और उदाहरण है।

कोलंबिया के कार्यवाहक अमेरिकी अटॉर्नी माइकल आर शेरविन ने कहा कि जुर्म कुबूल करने की याचिका उन तरीकों को रेखांकित करती है, जिनका प्रयोग चीन की सरकार संवेदनशील सरकारी सूचनाओं तक पहुंच रखने वाले अमेरिकियों को अपना शिकार बनाने के लिए लगातार कर रही है। इसमें इंटरनेट और चीन के बाहर के नागरिकों का इस्तेमाल करना शामिल है। जासूसी के लिए ऐसे अमेरिकियों का भी इस्तेमाल किया जाता था, जो कभी देश से बाहर नहीं जाते थे।

एफबीआइ वाशिंगटन फील्ड ऑफिस के सहायक निदेशक प्रभारी टिमोथी आर स्लेटर ने कहा कि येओ ने स्वीकार किया कि उन्होंने न केवल चीनी खुफिया विभाग को अहम जानकारियां दी हैं बल्कि उसने अमेरिका में भी इस काम के लिए लोगों को जानबूझकर भर्ती किया। येओ ने 2015 में चीनी खुफिया अधिकारी के साथ काम करना शुरू किया और पहले इनका निशाना एशिया के देश थे बाद में इन्होंने अमेरिका पर ध्यान केंद्रित किया।

चीन की शोधकर्ता को जेल भेजा

वीजा धोखाधड़ी और चीनी सेना का सदस्य होने की बात छिपाने के आरोप में पकड़ी गई चीन की शोधकर्ता जुआन टैंग (37) को शुक्रवार को उत्तरी केरोलिना जेल भेज दिया गया। उन्हें सोमवार को कोर्ट में पेश किए जाने की उम्मीद है। बता दें कि अमेरिका के न्याय विभाग ने गुरुवार को टैंग सहित तीन अन्य वैज्ञानिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। तीन वैज्ञानिकों को जहां गिरफ्तार कर लिया गया था वहीं टैंग पर सैन फ्रांसिस्को स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास में शरण लेने की बात कही गई थी। यूएस मार्शल सर्विस द्वारा गिरफ्तारी की गई टैंग की कुछ फोटो मिली हैं, जिसमें मिलिट्री यूनिफार्म पहने हैं।


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