बाइडन बोले, ट्रंप प्रशासन के आदेशों की करेंगे समीक्षा, पद संभालने के तुरंत बाद लाएंगे आव्रजन संबंधी बिल
जो बाइडन ने कहा है कि वह पद संभालने के तत्काल ट्रंप प्रशासन की नीतियों को पटलते हुए एक आव्रजन संबंधी विधेयक को लेकर आएंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि वह पर्यावरण के मसलों पर ट्रंप प्रशासन के आदेशों की समीक्षा भी करेंगे।
वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिका के नव- निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि वह पद संभालने के तत्काल ट्रंप प्रशासन की नीतियों को पटलते हुए एक आव्रजन संबंधी विधेयक लेकर आएंगे। बाइडन ने कहा कि वह पर्यावरण के मु्द्दों पर ट्रंप प्रशासन के आदेशों की भी समीक्षा करेंगे। बाइडन 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा एच 1बी वीजा सहित दूसरे वर्क वीजा पर तरह-तरह के प्रतिबंध लगाए जाने से भारतीय आइटी प्रोफेशनल्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आव्रजन संबंधी प्रणाली में होगा सुधार
अपने गृह प्रांत डेलावेयर के विलमिंगटन में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं तत्काल आव्रजन संबंधी बिल लेकर आऊंगा। इसे विचार-विमर्श के लिए उचित समितियों के पास भेजा गया है।' दरअसल, बाइडन से पूछा गया था कि वह 20 जनवरी को पदभार संभालने के बाद सबसे पहले क्या काम करेंगे, जिसके जवाब में उन्होंने यह बात कही। इससे पहले भी बाइडन ने वादा किया था कि वह पद संभालने के बाद 100 दिन के अंदर आव्रजन संबंधी प्रणाली में सुधार करेंगे।
चुनाव में किया था वादा
ट्रंप की आव्रजन नीतियों को पलटना बाइडन के मुख्य चुनावी वादों में से एक है। ट्रंप प्रशासन शुरू से ही सीमित आव्रजन पर काम करता रहा है। ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही सात मुस्लिम-बहुल देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया था। ट्रंप के कार्यकाल के अंत में भी ऐसा ही चलता रहा और व्हाइट हाउस ने कोरोना महामारी को ढाल बनाकर आव्रजन पर पाबंदी लगाने की बात कही थी। ट्रंप सरकार ने अमेरिका में शरण लेने की अनुमति देने वाले आव्रजन नियमों को सख्त कर दिया था और अमेरिकी श्रमिकों की सुरक्षा के लिए योग्यता आधारित आव्रजन प्रणाली की वकालत की थी।
हमलावरों को बताया आतंकी
अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन ने संसद के हमलावरों को घरेलू आतंकी करार दिया है। उन्होंने कहा कि संसद पर हमला करने में लिप्त लोगों पर मुकदमा चलना चाहिए। उन अधिकारियों की जवाबदेही भी तय होनी चाहिए, जो इस हमले को रोकने में विफल रहे। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि फिर इस तरह की घटना कभी न हो सके। बाइडन ने ट्रंप को घेरते हुए कहा कि वह अमेरिकी इतिहास के सबसे अयोग्य राष्ट्रपति हैं। हालांकि उन्होंने ट्रंप पर महाभियोग चलाने के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया।