चीन के आक्रामक रुख को लेकर जापान ने बाइडन को किया आगाह, द्वीपों की सुरक्षा होगी बड़ी चुनौती
जापान ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन को चीन के आक्रामक रुख को लेकर आगाह किया है। जापान ने कहा है कि हांगकांग के अलावा हमारी चिंता ताइवान को लेकर भी है। जापान के रक्षा अधिकारी ने द्वीप की सुरक्षा को लाल रेखा कहा है।
टोक्यो, एजेंसी। जापान के एक शीर्ष रक्षा अधिकारी ने शुक्रवार को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन को चीन के आक्रामक रुख को लेकर आगाह किया है। जापानी अधिकारी ने कहा है कि हांगकांग के अलावा हमारी चिंता ताइवान को लेकर भी है। रक्षा अधिकारी ने आगे कहा कि चीन के आक्रामक रुख को देखते हुए अमेरिका को इन द्वीपों की सुरक्षा की गारंटी देनी होगी। इनकी सुरक्षा को लेकर संजीदा रहना होगा। अमेरिका को ताइवान का समर्थन करने के लिए मजबूत और कठोर कदम उठाने होंगे। रक्षा अधिकारी ने द्वीप की सुरक्षा को 'लाल रेखा' कहा है। उन्होंने कहा है कि चीन के आक्रामक लक्ष्यों को लेकर हर कोई चिंतित है।
ताइवान पर चिंतित हुआ जापान
एक साक्षात्कार के दौरान जापान के उप रक्षा मंत्री नाकायमा ने बाइडन को निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरह ताइवान पर एक समान लाइन लेने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जापान का ताइवान के साथ हमारे बेहद अहम रिश्ते हैं। जापान ताइवान के साथ रणनीतिक हितों को साझा करता है। ताइवान के समुद्री रास्ते से जापान की अधिकांश ऊर्जा आपूर्ति और व्यापार होता है। उन्होंने चिंता प्रकट करते हुए कहा कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन ने ताइवान पर अपनी कोई स्पष्ट नीति की घोषणा नहीं की है।
लोकतांत्रिक देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने का आह्वान
नाकायमा ने कहा कि राष्ट्रपति अभियान के दौरान बाइडन ने अन्य समान विचारधारा वाले लोकतांत्रिक देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया था। हालांकि, दशकों पहले बाइडन ने ताइवान को लेकर सवाल किया था कि क्या ताइवान की सुरक्षा का जिम्मा संयुक्त राज्य अमेरिका का है। लेकिन तब से अब तक अमेरिकी विदेश नीति में काफी बदलाव आया है। सत्तावादी चीन पहले से अधिक मुखर और आक्रामक हुआ है। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से जुड़े बाइडन टीम के एक सदस्य ने कहा है कि ताइवान के लिए अमेरिकी समर्थन और मजबूती से होगा।