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अंडरवियर और खून के नमूने से हुई बगदादी की पहचान, करीबी ने ही मुहैया कराए थे सैंपल

मारे गए खूंखार आतंकी अबू बकर अल-बगदादी की पहचान उसके अंडरवियर और खून से लिए गए डीएनए नमूनों से की गई।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Tue, 29 Oct 2019 04:53 PM (IST)Updated: Tue, 29 Oct 2019 04:53 PM (IST)
अंडरवियर और खून के नमूने से हुई बगदादी की पहचान, करीबी ने ही मुहैया कराए थे सैंपल
अंडरवियर और खून के नमूने से हुई बगदादी की पहचान, करीबी ने ही मुहैया कराए थे सैंपल

वाशिंगटन, आइएएनएस। सीरिया में मार गिराए गए दुनिया के सबसे क्रूर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के सरगना अबू बकर अल-बगदादी की पहचान की पुष्टि उसके अंडरवियर और उसके खून से लिए गए डीएनए नमूनों से की गई। बगदादी के एक करीबी ने ही उसके दो अंडरवियर और रक्त का नमूना अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को मुहैया कराया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दुनिया के खूंखार आतंकी बगदादी के मारे जाने का एलान किया था। घोषणा करते हुए ट्रंप ने बताया था कि शनिवार को सीरिया के इदलिब में अमेरिकी बलों के विशेष अभियान में बगदादी मारा गया। 

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डेली मेल अखबार में सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसएफडी) के जनरल मजलूम अब्दी के हवाले से कहा गया है, 'बगदादी के करीबी लोगों में हमारा एक आदमी भी था। उसकी आइएस सरगना तक सीधी पहुंच थी। उसी ने इस साल बगदादी के अंडरवियर और रक्त का नमूना अमेरिकी खुफिया एजेंसी को मुहैया कराया था। धमाके के बाद बगदादी के शव के चिथड़े उड़ गए थे। अमेरिकी सैनिकों ने इन नमूनों से मिले डीएनए से ही बगदादी की पहचान की।'

महज 15 मिनट में हुई थी पहचान 

खबरों के अनुसार, बगदादी की पहचान 15 मिनट के अंदर कर ली गई थी। डेली मेल के अनुसार, बगदादी के सिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। इतना ही नहीं उसकी पहचान करने के लिए एक बायोमीट्रिक फेसियल रिकगनाइजेशन स्कैनर का भी इस्तेमाल किया गया था। बता दें कि आइएस सरगना बगदादी के सिर पर  ढाई करोड़ डॉलर यानी लगभग 175 करोड़ रुपये का  इनाम था। पुरी दुनिया बगदादी की तलाश में थी। 

इसी तरह हुई थी लादेन की पहचान

पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी अभियान में मारा गया अलकायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन की पहचान भी इसी तरह हुई थी। मई, 2011 में मारे गए ओसामा बिन लादेन की पहचान के लिए  उसके अवशेष अफगानिस्तान में स्थित अमेरिकी लैब भेजे गए थे। यहां डीएनए टेस्ट करके उसकी पहचान की गई थी। 


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