अमेरिका में जॉगिंग के दौरान भारतवंशी महिला की हत्या, हिरासत में लिया गया एक संदिग्ध
अमेरिका में भारतीय मूल की शोधकर्ता शर्मिष्ठा सेन की उस वक्त हत्या कर दी गई जब वह जॉगिंग पर निकली थीं।
ह्यूस्टन, एजेंसी। अमेरिका में भारतीय मूल की शोधकर्ता शर्मिष्ठा सेन की उस वक्त हत्या कर दी गई, जब वह जॉगिंग पर निकली थीं। पुलिस एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। शर्मिष्ठा मूल रूप से झारखंड के सिंदरी की रहने वाली थीं। वह अरिंदम राय से शादी के बाद टेक्सास प्रांत के डलास शहर के उपनगर प्लानो में बस गई थीं। इस दंपती के दो बेटे हैं।
पुलिस के अनुसार, 43 वर्षीय शर्मिष्ठा गत एक अगस्त को प्लानो के चिशोल्म ट्रेल पार्क के समीप जॉगिंग कर रही थीं। इसी दौरान उन पर अचानक हमला किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। एथलीट रहीं शर्मिष्ठा हर सुबह इसी इलाके में दौड़ लगाती थीं। उनके भाई सुमित ने कहा, 'वह जल्द ही किसी से घुलमिल जाती थीं।' मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, लीगेसी ड्राइव इलाके के समीप एक नाले के पास एक राहगीर ने उनके शव को देखा।
शर्मिष्ठा पेशे से फार्मासिस्ट और शोधकर्ता थीं। वह कैंसर रोगियों के लिए काम करती थीं। इस मामले में एक संदिग्ध को लूटपाट के आरोप में हिरासत में लिया गया है। उसकी पहचान 29 वषर्षीय बकारी एबियोना मोनक्रीफ के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि महिला की हत्या के समय घटनास्थल के पास के एक घर में चोरी की वारदात भी हुई थी। पुलिस बकारी से पूछताछ कर रही है। शर्मिष्ठा के पड़ोसियों और परिचित लोगों ने घटनास्थल पर उनको श्रद्धाजंलि दी।
दुबई में पत्नी की हत्या के जुर्म में भारतवंशी को उम्र कैद
दुबई की अदालत ने भारतीय मूल के शख्स को उम्र कैद की सजा दी है। दरअसल, इस शख्स ने पिछले साल अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी। 44 वर्षीय यूगेश सी.एस. ने पिछले साल के सितंबर माह में दिन दहाड़े पत्नी की हत्या उसके ही ऑफिस के पार्किंग एरिया में कर दी थी। पुलिस के अनुसार, ऑफिस के पार्किंग एरिया में विद्या की पति के साथ जोरदार बहस हुई जिसके बाद पति ने तीन बार चाकू से उसपर हमला किया और उसे वहीं छोड़ वहां से निकल गया। दुबई में उम्र कैद का अर्थ 25 साल तक जेल की सजा।