वीजा फ्रॉड मामले में दोषी साबित हुआ भारतीय, जानें किसका चला रहा था रैकेट
फ्लोरिडा के पनामा सिटी में रहने वाला रवि बाबू कोला फरवरी 2017 से अगस्त 2018 के बीच नकली शादियों का रैकेट चला रहा था।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका में रह रहे भारतीय रवि बाबू कोला (47) को फर्जी शादियों का रैकेट चलाने और वीजा फ्रॉड के मामले में दोषी करार दिया गया है। कोला पर अवैध प्रवासियों खासकर भारतीयों की अमेरिकी नागरिकों से नकली शादी कराने में मदद करने का आरोप था। नकली शादी के चलते अवैध प्रवासियों को यहां रहने की इजाजत मिल जाती थी।
दोषी पाए जाने के बाद कोला को हिरासत में ले लिया गया है। 22 मई को टेलहेसी के कोर्ट हाउस में उसे सजा सुनाई जाएगी। नकली शादी व वीजा धोखाधड़ी के लिए उसे पांच साल की कैद हो सकती है। इसके अलावा मनी लांड्रिंग संबंधी अन्य मामले में उसे 20 साल तक की सजा हो सकती है।
अभियोजन पक्ष का कहना है कि फ्लोरिडा के पनामा सिटी में रहने वाला कोला फरवरी 2017 से अगस्त 2018 के बीच नकली शादियों का रैकेट चला रहा था। भारतीय प्रवासियों से शादी कराने के लिए उसने कई अमेरिकियों को भर्ती भी किया था।
न्याय विभाग का कहना है कि उसकी स्कीम के तहत अलबामा में 80 फर्जी शादियां हुई थीं। रवि के साथ इस फ्रॉड में शामिल अमेरिकी क्रिस्टल क्लाउड (40) को पहले ही दो साल कैद की सजा सुनाई जा चुकी है। उसे बीते साल दिसंबर में दोषी करार दिया गया था। नकली शादी कराने के लिए उसने ही 10 से अधिक अमेरिकियों को भर्ती किया था।