कॉल सेंटर चलाने वाली भारतीय कंपनी पर अमेरिका में मुकदमा
धोखाधड़ी करने वालों को सर्वर उपलब्ध कराने का आरोप। अमेरिका के अटॉर्नी ने अभियोग में ब्योरा दिया है कि कपनी के भारत में कॉल सेंटर हैं। जिनके माध्यम से विशेषतौर पर वृद्धों को निशाना बनाकर उनके साथ धोखाधड़ी की गईं।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका की एक संघीय अदालत में भारतीय कंपनी ई-संपर्क और उसके निदेशक गौरव गुप्ता पर करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपये के नुकसान का मुकदमा चलाया जा रहा है। आरोप है कि यह कंपनी भारत से अमेरिका में इंटरनेट कॉल के जरिये धोखाधड़ी करने वालों को सर्वर उपलब्ध कराती थी।
न्याय विभाग के अनुसार कंपनी वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल प्रोवाइडर (वीओआइपी) का काम करती है। कंपनी पर आरोप है कि उसने अमेरिका के उपभोक्ताओं को गुमराह करते हुए नुकसान पहुंचाया है।
गौरव गुप्ता और उनकी कंपनी ने मई 2015 से जून 2020 तक फ्लोरिडा में साठ सर्वर के जरिए भारत से धोखाधड़ी करने वालों को कॉलिंग सुविधा दी। इन कॉलर ने यहां के हजारों लोगों को अपनी धोखाधड़ी का शिकार बनाया। सर्वर पर एक लाख तीस हजार से ज्यादा रिकार्डिग हैं, जो भारत से धोखाधड़ी करने वालों और अमेरिका के पीडि़तों के बीच बातचीत की हैं।
अमेरिका के अटॉर्नी ने अभियोग में ब्योरा दिया है कि कपनी के भारत में कॉल सेंटर हैं। जिनके माध्यम से विशेषतौर पर वृद्धों को निशाना बनाकर उनके साथ धोखाधड़ी की गईं। बैंकों की जानकारी लेकर उनके अकांउट से रुपये निकाल लिए गए। तरह तरह के प्रलोभन देकर ठगी की गई।